यदि आप बाइक या स्कूटी चलाते समय हेलमेट पहनने के बाद यह सोचते हैं कि आप पूरी तरह से सुरक्षित हैं और चालान से बचने के लिए सभी नियमों का पालन कर रहे हैं, तो आपको एक बार फिर से सोचना पड़ सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ट्रैफिक नियमों में कुछ ऐसे अहम बदलाव किए गए हैं जिनसे जुड़ी एक महत्वपूर्ण गलती, जो अक्सर लोग अनजाने में करते हैं, अब आपको चालान का शिकार बना सकती है। यह गलती है हेलमेट के स्ट्रैप को बांधने में लापरवाही। अधिकांश लोग हेलमेट पहनने के बाद इस बात को नजरअंदाज कर देते हैं कि स्ट्रैप भी जरूरी है। इस गलती के कारण अब आपको जुर्माना भी हो सकता है।
हेलमेट स्ट्रैप हटी : चलान कटी
मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत, केवल हेलमेट पहनना ही सबकुछ नहीं है, बल्कि हेलमेट के स्ट्रैप को भी सही तरीके से बांधना जरूरी है। यह नियम मोटर व्हीकल एक्ट में स्पष्ट रूप से निर्धारित किया गया है कि बाइक या स्कूटी चलाते समय हेलमेट पहनने के साथ-साथ उसका स्ट्रैप ठीक से लगाया जाए। यदि आप हेलमेट तो पहनते हैं, लेकिन स्ट्रैप नहीं बांधते, तो यह कानूनी रूप से एक उल्लंघन माना जाएगा। और यही कारण है कि ट्रैफिक पुलिस और सीसीटीवी कैमरे इस गलती को पकड़ सकते हैं और इसके लिए जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
अगर स्ट्रैप नहीं बांदा तो जुर्माने की राशि
यदि आप पहली बार हेलमेट का स्ट्रैप बांधना भूल जाते हैं, तो इसके लिए ₹1000 का चालान हो सकता है। और यदि यह गलती बार-बार होती है, तो आपको फिर से ₹1000 का जुर्माना लगेगा। इस तरह से लगातार लापरवाही बरतने से न केवल आपको आर्थिक नुकसान हो सकता है, बल्कि आपके ट्रैफिक रिकॉर्ड पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से स्ट्रैप का महत्व
हेलमेट पहनने का मुख्य उद्देश्य सिर और चेहरे की सुरक्षा करना है। जब आप बाइक या स्कूटी चला रहे होते हैं, तो सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं में सिर पर चोट लगना आम बात हो सकती है। हेलमेट का उपयोग इस जोखिम को कम करने के लिए किया जाता है। हालांकि, यदि आप हेलमेट पहनने के बावजूद स्ट्रैप को नहीं बांधते, तो यह आपकी सुरक्षा के लिए खतरे का कारण बन सकता है। दुर्घटना की स्थिति में हेलमेट आसानी से गिर सकता है और आपको सिर पर गंभीर चोट भी लग सकती है। यही कारण है कि हेलमेट स्ट्रैप का सही तरीके से उपयोग करना आपके जीवन की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यदि हेलमेट का स्ट्रैप ठीक से बांधा गया है, तो दुर्घटना के समय यह हेलमेट को आपके सिर पर मजबूती से बनाए रखता है, जिससे आपकी सुरक्षा सुनिश्चित होती है। बिना स्ट्रैप के हेलमेट का असर उस स्तर तक नहीं होता, जिस तरह से स्ट्रैप के साथ इसका होना चाहिए। इसलिए, यह सुनिश्चित करना कि हेलमेट का स्ट्रैप सही तरीके से बंधा हो, आपके लिए न केवल कानूनी दृष्टिकोण से आवश्यक है, बल्कि यह आपकी सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है।
ट्रैफिक पुलिस की सख्ती और बढ़ते चालान
अभी हाल ही में, पूरे भारत में विशेषकर नोएडा जैसे शहरों में, ट्रैफिक पुलिस ने हेलमेट और हेलमेट स्ट्रैप दोनों की सख्ती से जांच शुरू कर दी है। पहले लोग यह मानते थे कि हेलमेट पहनना काफी था, लेकिन अब यह मान्यता बदल चुकी है। ट्रैफिक पुलिस अब हेलमेट की स्ट्रैप की जांच भी कर रही है। यह कदम सुरक्षा के दृष्टिकोण से बेहद अहम है क्योंकि कई लोग हेलमेट तो पहनते हैं, लेकिन स्ट्रैप बांधने में लापरवाही बरतते हैं, जिससे उनका सुरक्षा कवच कमजोर हो जाता है।
इसके साथ ही, सीसीटीवी कैमरे भी सड़क पर चलने वाले वाहनों की निगरानी करते हैं, और यदि किसी ने हेलमेट का स्ट्रैप नहीं बांधा है, तो ट्रैफिक पुलिस को इसकी जानकारी मिल जाती है। ऐसे में जुर्माना या चालान से बचने के लिए जरूरी है कि आप हर बार बाइक चलाने से पहले हेलमेट पहनने के साथ ही उसका स्ट्रैप भी ठीक से बांधें। इस बदलाव से न केवल ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कम होगा, बल्कि सड़कों पर सुरक्षा का स्तर भी बढ़ेगा।
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