बलिया जिले की गड़वार पुलिस ने बुधवार रात एक बड़ी कार्रवाई करते हुए शातिर अपराधी और वांछित गो तस्कर सुनील गुप्ता को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी जिले में चलाए जा रहे अपराध नियंत्रण अभियान के तहत की गई। इस मुठभेड़ में सुनील गुप्ता के पैर में गोली लग गई, जिसके बाद उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। इस घटना ने पुलिस और अपराधियों के बीच तगड़ी टकराव की तस्वीर पेश की है
घटनाक्रम की शुरुआत: पुलिस चेकिंग अभियान
बलिया पुलिस प्रशासन ने हाल ही में अपराध और अपराधियों पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया था। बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, प्रशासन को यह चिंता थी कि चुनावी माहौल में अपराध और अपराधी गतिविधियों में वृद्धि हो सकती है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए यह अभियान बेहद महत्वपूर्ण था।
इसी क्रम में गड़वार पुलिस ने बुधवार रात को एक विशेष चेकिंग अभियान चलाया था। पुलिस टीम जिगनी नहर पुलिया के पास संदिग्ध वाहनों की जांच कर रही थी। जैसे ही पुलिस ने एक मोटरसाइकिल पर आ रहे व्यक्ति को रुकने का इशारा किया, वह संदिग्ध व्यक्ति बिना रुके मोटरसाइकिल को तेज़ी से भगाते हुए भागने लगा। पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे रुकने का और आगे न भागने का अल्टीमेटम दिया, लेकिन उस व्यक्ति ने उनकी बातों को नजरअंदाज करते हुए और तेज़ी से बाइक भगानी जारी रखी।
पुलिस का जवाबी एक्शन: मुठभेड़ की स्थिति
मोटरसाइकिल सवार की नीयत को भांपते हुए पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए पीछा किया। यह वही व्यक्ति था, जिसकी पुलिस लंबे समय से तलाश कर रही थी। यह व्यक्ति कोई और नहीं, बल्कि जिले का वांछित गो तस्कर और हिस्ट्रीशीटर सुनील गुप्ता था। सुनील गुप्ता के ऊपर कई गंभीर आरोप थे, जिनमें गो तस्करी, हत्या, लूट, और अन्य अपराध शामिल थे।
गिरफ्तारी के बाद इलाज की व्यवस्था
मुठभेड़ में गोली लगने के बाद सुनील गुप्ता को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, उसकी हालत स्थिर है, लेकिन उसे पूरी तरह से ठीक होने में कुछ समय लगेगा। पुलिस ने उसके खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज कर लिया है और उसकी विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
आपराधिक रिकॉर्ड और सुनील गुप्ता की गिरफ्तारी का महत्व
सुनील गुप्ता के खिलाफ बलिया, बिहार, और आसपास के कई जिलों में गंभीर आरोप लगे थे। वह एक कुख्यात गो तस्कर था, जो कानून को धता बताकर कई वर्षों से पशु तस्करी कर रहा था। उसके द्वारा किए गए अपराधों में गो तस्करी के साथ-साथ हत्या, लूट और अपहरण जैसे गंभीर मामले भी शामिल थे। पुलिस ने लंबे समय से उसकी तलाश शुरू कर दी थी, लेकिन वह हर बार पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहता था।