Gold Rate Today 12 अक्टूबर पिछले कुछ दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में तेजी आई है, खासकर चांदी की कीमत ₹8,500 बढ़कर ₹1,71,500 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। वैश्विक बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी का मुख्य कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कमी की उम्मीद और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता है।
सोने और चांदी की कीमतों में लगातार वृद्धि का सिलसिला जारी है और आज 12 अक्टूबर 2025 को भी इनके दामों में नया रिकॉर्ड देखा गया है। अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय परिस्थितियों का इनकी कीमतों पर गहरा असर पड़ता है, और इसी कारण सोने और चांदी के भाव रोज बदलते रहते हैं। 12 अक्टूबर 2025 को दिल्ली, मुंबई और अन्य प्रमुख शहरों में सोने और चांदी के दामों में वृद्धि हुई है। आइए जानते हैं आज के ताजा सोने और चांदी के दाम और उनकी बढ़ती कीमतों के कारण।
आज का सोने और चांदी का भाव (12 अक्टूबर 2025)
सोने और चांदी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। भारतीय बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के मुताबिक, आज सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर हैं। आज के भाव नीचे दिया गाया है :
- 24 कैरेट सोना (99.9% शुद्धता): ₹1,21,525 प्रति 10 ग्राम
- 23 कैरेट सोना (99.5% शुद्धता): ₹1,21,038 प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना: ₹1,11,317 प्रति 10 ग्राम
- 18 कैरेट सोना: ₹91,144 प्रति 10 ग्राम
- 14 कैरेट सोना: ₹71,092 प्रति 10 ग्राम
- चांदी (99.9% शुद्धता): ₹1,64,500 प्रति किलोग्राम
यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि सोने और चांदी की कीमतों में कुछ दिनों से लगातार वृद्धि हो रही है। इस वृद्धि के प्रमुख कारण वैश्विक बाजार की परिस्थितियाँ, घरेलू मांग, और डॉलर की कीमत में उतार-चढ़ाव हैं।
Gold Rate : पिछले दिनों के सोने और चांदी के भाव
अगर हम पिछले दिनों के सोने और चांदी के भाव की बात करें, तो 11 अक्टूबर 2025 को भी सोने की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर पहुंची थीं। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, शुक्रवार को 99.9% और 99.5% शुद्धता वाले सोने की कीमतों में 600 रुपये की गिरावट आई थी। इस गिरावट के बावजूद सोने के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर बने रहे थे:
- 24 कैरेट सोना (99.9% शुद्धता): ₹1,26,000 प्रति 10 ग्राम
- 23 कैरेट सोना (99.5% शुद्धता): ₹1,25,400 प्रति 10 ग्राम
बलिया मे सोने का भाव 12 अक्टूबर 2025
आज बलिया में सोने के दाम कुछ इस प्रकार हैं:
- 22 कैरेट सोना: ₹11,310 प्रति ग्राम
- 24 कैरेट सोना: ₹12,146 प्रति ग्राम
दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी की कीमत में भी तेज वृद्धि देखी गई। शुक्रवार को चांदी की कीमत ₹8,500 बढ़कर ₹1,71,500 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई थी। इससे पहले चांदी ₹1,63,000 प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
वैश्विक बाजार में सोने और चांदी की कीमतें
सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि केवल भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वैश्विक बाजार में भी इनकी कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाजिर सोने की कीमत शुक्रवार को $16.61 की बढ़ोतरी के साथ $3,992.80 प्रति औंस पर पहुंच गई। वहीं, हाजिर चांदी भी $50.01 प्रति औंस पर रही, जो पिछले दिनों के मुकाबले एक बड़ी बढ़ोतरी दर्शाता है।
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बृहस्पतिवार को चांदी ने पहली बार $51 प्रति औंस का स्तर पार किया था, जो एक नई ऊंचाई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी के भावों में बढ़ोतरी का मुख्य कारण है – वैश्विक अस्थिरता, निवेशकों की सुरक्षित संपत्ति की ओर रुझान और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कमी की उम्मीद।
भारतीय बाजार में वायदा कारोबार
भारत में वायदा बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि हुई है। 12 अक्टूबर 2025 को, सोने के वायदा कारोबार में ₹527 की वृद्धि हुई और सोने की कीमत ₹1,21,020 प्रति 10 ग्राम हो गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) में दिसंबर माह के लिए अनुबंध में 0.44% की वृद्धि देखी गई। वहीं, चांदी के वायदा अनुबंध में भी वृद्धि हुई और दिसंबर अनुबंध ₹2,225 बढ़कर ₹1,48,549 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया। कॉमेक्स पर चांदी के वायदा अनुबंध में $49.96 प्रति औंस से बढ़कर $48.16 प्रति औंस हो गई।
चांदी की बढ़ती कीमतों के कारण
चांदी की बढ़ती कीमतों का मुख्य कारण यह है कि चांदी की भारी मांग के साथ-साथ आपूर्ति में कमी हो रही है। दुनियाभर में चांदी की मांग बढ़ी है, विशेषकर औद्योगिक क्षेत्र में, जहां इसे विभिन्न उपकरणों और इलेक्ट्रॉनिक सामानों में उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, वैश्विक स्तर पर चांदी की खनन में कमी के कारण इसकी आपूर्ति प्रभावित हो रही है, जिससे कीमतों में तेजी आई है।
सोने और चांदी की बढ़ती कीमतों के प्रभाव
भारत में सोने और चांदी की बढ़ती कीमतों का असर आम आदमी के जीवन पर पड़ रहा है। शादी-विवाह सीजन में सोने और चांदी की मांग अधिक होती है, और ऐसे समय में कीमतों का बढ़ना कई परिवारों के लिए चुनौती बन जाता है। वहीं, निवेशकों के लिए सोना और चांदी अच्छे निवेश विकल्प बन गए हैं, क्योंकि इनकी कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। विशेषकर सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जा रहा है।
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विशेषज्ञों के अनुसार, फेडरल रिजर्व की नीति और वैश्विक अनिश्चितता का असर इन धातुओं की कीमतों पर लंबे समय तक पड़ सकता है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कमी का संकेत देने से सोने और चांदी की कीमतों को समर्थन मिला है। इसके साथ ही अमेरिका में राजकोषीय अनिश्चितता और वैश्विक जोखिम भावना भी इन धातुओं की कीमतों को ऊपर खींचने में मदद कर रही है।
विश्लेषकों का अनुमान
विशेषज्ञों के अनुसार, यदि वैश्विक जोखिम भावना स्थिर नहीं होती और अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में और कमी करता है, तो सोने और चांदी की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि चांदी की कीमतें $50 प्रति औंस से भी ऊपर जा सकती हैं, और सोने की कीमत $4,000 प्रति औंस तक पहुँच सकती है। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति और वैश्विक आर्थिक स्थिति किस दिशा में जाती है।