March 9 2025 बलिया के दुबहर कोतवाली थाना क्षेत्र के श्रीरामपुर घाट पर रविवार को एक दुखद घटना घटी। यहां गंगा नदी में स्नान करते समय एक युवक और दो लड़कियां गहरे पानी में डूब गए। इस घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। तीनों को बचाने के लिए गोताखोरों ने लगातार प्रयास किए, लेकिन खबर लिखे जाने तक उनका कोई पता नहीं चल सका था।
पूरी घटना : गंगा में डूबे तीन लोग
घटना के अनुसार, संतोष कुमार वर्मा का बड़ा बेटा अंकित कुमार वर्मा (19) अपने किसी रिश्तेदार के मुंडन संस्कार में शामिल होने के लिए रविवार को श्रीरामपुर घाट पर आया था। मुंडन संस्कार के बाद परिवार के लोग और रिश्तेदार गंगा नदी में स्नान करने गए थे। उसी दौरान, अंकित अपने मित्रों के साथ गहरे पानी में चला गया। अचानक तीन लड़के गहरे पानी में डूबने लगे। यह देख आसपास के नाविकों ने मदद के लिए कोशिशें कीं, और उनमें से दो लड़कों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन अंकित का कोई पता नहीं चल पाया।
अंकित के डूबने की घटना ने पूरे क्षेत्र में कोहराम मचा दिया। परिजनों और ग्रामीणों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस बीच, सूचना मिलने पर दुबहर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस के अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया और बचाव कार्य में गोताखोरों की टीम को बुलाया। गोताखोरों द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन अंकित का कोई भी सुराग नहीं मिला। घटना की जानकारी होते ही अंकित के परिवार और गांव के लोग मौके पर पहुंचे और उन्हें ढूंढने की कोशिश में जुट गए।
इसी घाट पर एक और दुखद घटना घटी, जब नगरा थाना क्षेत्र की चार लड़कियां गंगा में डूबने लगीं। यह लड़कियां भी अपने परिवार के मुंडन संस्कार में शामिल होने आई थीं। चारों लड़कियां गंगा नदी में स्नान कर रही थीं, तभी दो लड़कियां गहरे पानी में चली गईं। पास में मौजूद लोगों ने किसी तरह से दो लड़कियों को बचा लिया, लेकिन दो लड़कियों का कुछ पता नहीं चल पाया।
इन दो लड़कियों की पहचान आस्था राजभर (15) और खुशी राजभर (20) के रूप में की गई। आस्था और खुशी अपने घर के मुंडन संस्कार में शामिल होने के लिए गंगा नदी में स्नान करने आई थीं। यह दोनों लड़कियां सहेलियों के साथ गंगा में स्नान कर रही थीं, जब अचानक गहरे पानी में चली गईं। आसपास के लोग तत्काल मदद के लिए दौड़े, लेकिन आस्था और खुशी का कोई पता नहीं चल पाया।
घटना के बाद स्थानीय लोग और पुलिस प्रशासन का लगातार प्रयास
घटना के बाद, स्थानीय लोग और पुलिस प्रशासन ने मिलकर बचाव कार्य तेज कर दिया। गोताखोरों की टीम ने जाल लगाकर तीनों लापता लोगों की तलाश शुरू की। खबर लिखे जाने तक उनकी कोई सूचना नहीं मिल पाई थी। पुलिस की टीम, जिसमें शहर कोतवाल योगेंद्र बहादुर और पिछला घाट चौकी इंचार्ज आदर्श श्रीवास्तव भी शामिल थे, मौके पर लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे थे।
घटना से प्रभावित परिवारों के सदस्य और ग्रामीण गहरे शोक में डूबे हुए थे। इस दुखद घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। मुंडन संस्कार के मौके पर जो खुशी का माहौल था, वह अब शोक में बदल गया है। लोग इस घटना को लेकर काफी दुखी हैं और गहरे पानी में स्नान करने से पहले सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं।
गंगा नदी में डूबने की घटनाएं जिले में पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन इस बार जो त्रासदी घटी है, वह बेहद दुखद है। लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि गहरे पानी में स्नान करते वक्त लोग सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करते, जिससे ऐसी घटनाएं होती हैं। इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने गंगा में स्नान करने के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर जोर देने की बात कही है।
गोताखोरों और पुलिस की लगातार कोशिशों के बावजूद तीनों लापता लोगों का कुछ पता नहीं चल सका है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए घटना स्थल पर और आसपास के इलाकों में गोताखोरों को तैनात किया है। अधिकारियों ने बताया कि तीनों लापता लोगों की तलाश के लिए नदी के किनारे से लेकर गहरे पानी तक पूरी कोशिश की जा रही है।
इस वेबसाईट पर आपकी बलिया का न्यूज ,यूपी का न्यूज , हिन्दी समाचार ,बलिया का खबर , बलिया का ब्रेकिंग न्यूज आपतक सबसे पहले अपडेट करता है ।