केतकी सिंह का विवादित बयान: मेडिकल कॉलेज में मुसलमानों के लिए अलग विंग बनाने की मांग

केतकी सिंह का विवादित बयान: मेडिकल कॉलेज में मुसलमानों के लिए अलग विंग बनाने की मांग

March 11 2025 बलिया। बांसडीह से भाजपा विधायक केतकी सिंह ने हाल ही में एक ऐसा विवादित बयान दिया है, जिससे जिले की राजनीति में गर्माहट आ गई है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि मेडिकल कॉलेजों में मुसलमानों की एंट्री को प्रतिबंधित किया जाए। इसके साथ ही उनका कहना था कि मुसलमानों के लिए मेडिकल कॉलेज में एक अलग विंग और बिल्डिंग बनाई जानी चाहिए ताकि हिंदू समुदाय के लोग सुरक्षित महसूस कर सकें। इस बयान ने न केवल राजनीतिक हलकों में हंगामा मचाया, बल्कि विभिन्न दलों और नेताओं ने इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं भी दी हैं।

केतकी सिंह का बयान

केतकी सिंह ने अपने बयान में कहा कि हिंदू समाज के लोग त्योहारों जैसे होली, रामनवमी और दुर्गा पूजा के समय मुसलमानों के साथ किसी भी स्थिति में नहीं रह सकते, क्योंकि उन्हें इन त्योहारों से परेशानी होती है। उनका कहना था कि यदि मुसलमानों को हमारे साथ इलाज कराने में कोई असुविधा हो, तो उन्हें एक अलग बिल्डिंग और विंग में इलाज किया जाए ताकि किसी प्रकार का सामूहिक तनाव या असहजता न हो। उन्होंने यह भी कहा कि, “हम इस स्थिति से बच सकते हैं, क्योंकि हम नहीं जानते कि किसके द्वारा क्या थूककर हमें मिलाया जाएगा।”

इस बयान में विधायक ने यह तर्क दिया कि अगर मुसलमानों को हिंदू समाज के साथ रहने में दिक्कत होती है, तो उन्हें एक अलग स्थान पर रखा जाए, ताकि हिंदू लोग सुरक्षित महसूस कर सकें।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

केतकी सिंह के बयान पर राजनीति में हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने इसे एक सांप्रदायिक मानसिकता से प्रेरित बयान करार दिया और भाजपा पर निशाना साधा। समाजवादी पार्टी ने इस बयान की कड़ी निंदा की और इसे भाजपा की पिछड़ा, दलित, और अल्पसंख्यक विरोधी मानसिकता का हिस्सा बताया। पार्टी के नेताओं ने कहा कि इस तरह के बयान समाज में नफरत और दूरी पैदा करते हैं और यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।

मंत्री ओमप्रकाश राजभर का पलटवार

वहीं, एनडीए सहयोगी दलों में से एक, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और योगी सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने इस बयान पर असहमति जताई। गाजीपुर में एक अदालत के फैसले के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, “हस्पताल में इलाज किया जाता है, और धर्म को देखकर इलाज नहीं किया जाता।” उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “क्या हम अलग-अलग ट्रेनों, बसों, और हवाई जहाजों की मांग करेंगे?” राजभर ने भारत के 140 करोड़ नागरिकों को भाईचारे और सौहार्द्र के साथ रहने की सलाह दी और इस बयान को एक विभाजनकारी विचार बताया।

भाजपा विधायक का तर्क

केतकी सिंह के बयान के बाद उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य सिर्फ हिंदू समाज के लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना था। उनका कहना था कि जब मुसलमानों को हिंदू धर्म के त्योहारों से दिक्कत होती है, तो ऐसे में दोनों समुदायों के बीच सामूहिक समरसता और सुरक्षा बनाए रखना जरूरी है। इसके लिए उन्होंने मेडिकल कॉलेज में मुसलमानों के लिए एक अलग जगह बनाने का सुझाव दिया, ताकि किसी को भी असुविधा न हो और दोनों समुदायों के लोग अपने-अपने स्थानों पर सुरक्षित महसूस करें।

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