Ballia News : यहा बनेगा आईएसबीटी अब बस से बिहार, बंगाल, झारखंड नेपाल जाना होगा आसान

Ballia News : यहा बनेगा आईएसबीटी अब अब बस से बिहार, बंगाल, झारखंड नेपाल जाना होगा आसान

18 December 2024 बलिया। जिले के बैरिया क्षेत्र में बनने वाला अंतरप्रांतीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) अब जल्द ही बनेगा । प्रदेश सरकार ने इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए हरी झंडी दे दी है और इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है। मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस परियोजना के लिए भूमि उपलब्ध कराने की सहमति दी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने इसके लिए आवश्यक कदम उठाए हैं, जबकि प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री और नगर विधायक दयाशंकर सिंह ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है।

आईएसबीटी के लिए भूमि की उपलब्धता:

कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया कि बैरिया क्षेत्र में आईएसबीटी के निर्माण के लिए परिवहन विभाग को जिले की भूमि निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। यह भूमि पहले ही चयनित की जा चुकी है। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि यह परियोजना न केवल बलिया जिले बल्कि आसपास के क्षेत्रों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी। उन्होंने कहा कि बैरिया में आईएसबीटी बनने से बलिया, बिहार, बंगाल, झारखंड और नेपाल जैसे अन्य राज्यों के लिए बसों का संचालन और यातायात बहुत सुविधाजनक होगा। इसके अलावा, इस बस टर्मिनल से क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

आईएसबीटी से होगा विकास और यातायात की सुविधा:

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने आगे कहा कि बलिया और आसपास के जिलों से रोज हजारों लोग बिहार, बंगाल, झारखंड और नेपाल की यात्रा करते हैं। आईएसबीटी के निर्माण से इन यात्रियों को बेहतर और आधुनिक परिवहन व्यवस्था मिलेगी। यह बस टर्मिनल न केवल क्षेत्र की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाएगा, बल्कि बलिया को अन्य भी राज्यों के साथ एक सक्तिशाली यातायात संपर्क भी प्रदान करेगा। मंत्री ने इस परियोजना को जिले के विकास के लिए एक मील का पत्थर करार दिया और कहा कि यह कार्य बलिया जिले को एक नई पहचान दिलाएगा।

भूमि का सत्यापन और अधिग्रहण प्रक्रिया:

आईएसबीटी के निर्माण के लिए भूमि चयन और सत्यापन की प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है। पिछले साल दिसंबर में परिवहन निगम के एआरएम अजय कुमार की सन्तर्गत में एक टीम ने बैरिया तहसील के चांददीयर मौजा में कुल 14.7430 हेक्टेयर भूमि का निरीक्षण किया और उसमें से 5.0640 हेक्टेयर भूमि को चिह्नित किया। इस भूमि का भौतिक सत्यापन भी किया गया और इसे आईएसबीटी के निर्माण के लिए उपयुक्त माना गया।

इसके बाद, भूमि अधिग्रहण के लिए पत्रावली कमिश्नरेट भेजी गई थी, जो वापस आने के बाद जिलाधिकारी कार्यालय से भूमि का अधिग्रहण करने के लिए पत्रावली उत्तर प्रदेश शासन को भेजी गई। प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने 18 अक्टूबर को इस संदर्भ में पत्र भेजकर भूमि चयन को मंजूरी दी थी।

आईएसबीटी के लाभ:

आईएसबीटी के बनने से न केवल परिवहन व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि इसके निर्माण से क्षेत्र में अनेक सकारात्मक बदलाव आएंगे। इस बस टर्मिनल से पर्यटकों और व्यापारियों को सुविधाजनक यात्रा का लाभ मिलेगा, जिससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। इसके अलावा, आईएसबीटी के निर्माण से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के कई नए अवसर भी मिलेगा ।

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