बलिया में गो तस्करों ने पुलिस पर पिकअप चढ़ाने की कोशिश की, तस्करी में शामिल मवेशी जब्त जब पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध पिकअप को रोकने का प्रयास किया, इस घटना के बाद पुलिस ने तेज़ी से कार्रवाई की और तस्करों की गिरफ्तारी के लिए अभियान शुरू कर दिया है।
बलिया में गो तस्करों की क्या है पूरी घटना
सोमवार की रात बैरिया के एक प्रमुख तिराहे पर चौकी इंचार्ज अजय कुमार अपनी टीम के साथ वाहन चेकिंग कर रहे थे। उस दौरान, एक संदिग्ध पिकअप वाहन आता दिखाई दिया। चौकी इंचार्ज ने जैसे ही वाहन को रुकने का इशारा किया, वाहन चालक ने बिना कोई जवाब दिए पिकअप को तेज़ गति से पुलिस के करीब लाकर, उसे जान से मारने की मंशा से चौकी इंचार्ज पर चढ़ाने का प्रयास किया। चौकी इंचार्ज ने अपनी जान बचाने के लिए किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई। यह दृश्य देखकर अन्य पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए |
चौकी इंचार्ज अजय कुमार ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अन्य पुलिसकर्मियों को सूचित किया और उन्हें बताया कि तस्करों ने जान से मारने की कोशिश की थी। उन्होंने इस घटना की जानकारी चांददियर चौकी के इंचार्ज श्याम प्रकाश मिश्र को दी। इसके बाद पुलिस ने वाहन का पीछा करना शुरू किया और तस्करों को पकड़ने के लिए एक नीति बनाई।
भागते तस्करों की गिरफ्तारी का प्रयास:
पुलिस ने तस्करों के पकड़ने के लिए तत्काल कार्रवाई की। चांददियर गांव के पास पुलिस ने एनएच-31 को पूरी तरह से बंद कर दिया और मांझी पिकेट के पास एक ट्रक खड़ा कर दिया। इस ट्रक को रास्ते में पिकअप को रोकने के लिए इस्तेमाल किया गया। पुलिसकर्मियों ने जैसे ही पिकअप को रुकने का इशारा किया, तस्करों ने और भी तेजी से गाड़ी को भागने के लिए मोड़ लिया। वे पिकअप को चांददियर गांव की तरफ लेकर भागने लगे।
यह देखकर पुलिसकर्मियों ने वाहन को घेरने की कोशिश की, लेकिन पिकअप चालक ने गाड़ी की स्टेयरिंग लॉक कर दी और अंधेरे का फायदा उठाते हुए पिकअप छोड़कर भागने में सफल रहे। पुलिस ने तेजी दिखाते हुए गाड़ी को पकड़ने के प्रयास किए, लेकिन तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर जल्दी से गाड़ी छोड़कर भाग गए। पुलिस ने इस भागने की कोशिश को विफल कर दिया और मौके पर पिकअप को जब्त कर लिया।
गाड़ी में भरे गए मवेशियों की हालत:
पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो उन्होंने देखा कि पिकअप गाड़ी के पटरे से ढकी हुई थी और उसमें सात संरक्षित मवेशी भरे हुए थे। इन मवेशियों को क्रूरता से ठूसकर और असंवेदनशील तरीके से गाड़ी में डाला गया था। पुलिस ने तत्काल मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर उतारकर ग्रामीणों के हवाले किया और उनका ख्याल रखा।
मुकदमा दर्ज और तस्करों की तलाश:
घटना के बाद पुलिस ने तस्करों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। यह मामला भारतीय दंड संहिता (IPC) और पशु क्रूरता अधिनियम सहित गो तस्करी के कानूनों के तहत दर्ज किया गया। पुलिस ने इस घटना में शामिल अज्ञात चालक और तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना बनाई है। पुलिस क्षेत्राधिकारी मोहम्मद फहीम कुरैशी ने बताया कि तस्करों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और तस्करों की गिरफ्तारी के लिए जल्द ही छापेमारी की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस विभाग इस मामले में गहरी छानबीन कर रहा है ताकि तस्करों को पकड़ा जा सके और उन्हें कड़ी सजा दिलाई जा सके।