बलिया के सुखपुरा थाना क्षेत्र के घोसवती गांव में आटा चक्की के मालिक अजय तिवारी के अपहरण की घटना ने इलाके में भारी चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। यह घटना शनिवार की देर शाम उस वक्त घटित हुई, जब बदमाशों ने हथियार के बल पर अजय तिवारी को अगवा कर लिया। मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं, खासकर पिछले कुछ महीनों में पुलिस की लापरवाही और अपहरण के आरोपियों को सजा न मिल पाने के कारण। अब पुलिस, प्रशासन, और स्थानीय नेताओं के बीच इस मुद्दे को लेकर हलचल मची हुई है, जबकि परिवार और गांव के लोग न्याय की उम्मीद लगाए हुए हैं।
घटनाक्रम: अपहरण की भयावह घटना
शनिवार की रात को घोसवती गांव में दो लग्जरी जीप और बाइक सवार बदमाशों ने हथियारों का प्रयोग करते हुए अजय तिवारी को उनके घर से अगवा कर लिया। अपहरण के बाद बदमाशों ने उनके परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भी मारपीट की और मौके से फरार हो गए। इस घटना ने गांव में सनसनी मचा दी। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। पुलिस ने पांच नामजद और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई और सर्विलांस की मदद
पुलिस की सर्विलांस टीम इस मामले में सक्रिय रूप से काम कर रही है। पुलिस की टीम अजय तिवारी के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है, लेकिन अपहरणकर्ताओं ने अपनी लोकेशन बदलने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पुलिस के पहुंचने से पहले ही वे स्थान बदल लेते हैं, जिससे उनकी गिरफ्तारी में बाधा उत्पन्न हो रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्हें कुछ अहम सुराग मिले हैं और जल्द ही इस मामले का खुलासा किया जाएगा।
एएसपी दक्षिणी कृपाशंकर सुखपुरा थाना पर कैंप कर पुलिस टीम को दिशा-निर्देश दे रहे हैं। उनके मुताबिक, एसपी ओमवीर सिंह ने भी मामले पर गहरी नजर बनाए हुई है और पुलिस पूरी मेहनत से काम कर रही है। स्वाट, सर्विलांस और तेजतर्रार इंस्पेक्टरों की एक टीम मामले की जांच में जुटी हुई है, लेकिन अपहरणकर्ताओं के लगातार स्थान बदलने और लापरवाह पुलिस कार्यशैली के कारण मामला लंबा खिंचता जा रहा है।
राजनीतिक हस्तक्षेप और प्रशासनिक दबाव
अजय तिवारी के अपहरण के बाद यह मामला राजनीतिक रंग लेता हुआ दिख रहा है। सोमवार को बांसडीह विधायक केतकी सिंह ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें जल्द से जल्द न्याय दिलवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “जो हुआ है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और न्याय मिलेगा। बुलडोजर चलाया जाएगा।” केतकी सिंह ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान करने और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस दौरान उन्होंने एसपी से फोन कर मामले की गंभीरता को बताया और प्रशासन से जरूरी कदम उठाने की अपील की।
इसके बाद, मंगलवार को पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल, बैरिया के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह और बालक बाबा, सीबी मिश्र जैसे प्रमुख नेता भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे और उन्हें ढांढस बंधाया। मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने इस बात का भरोसा दिलाया कि पुलिस सक्रिय रूप से काम कर रही है और अजय तिवारी को जल्द ही सकुशल घर वापस लाया जाएगा। सुरेंद्र सिंह ने भी इस दुखद घड़ी में परिवार के साथ खड़े होने का वादा किया और कहा कि यदि किसी के खिलाफ लड़ना हो तो आधे घंटे पहले सूचना दी जाए, वे हर कदम पर साथ रहेंगे।
इस बीच, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय तिवारी और पूर्व मंत्री उपेंद्र तिवारी ने पुलिसकर्मियों की कार्यशैली पर कड़ा विरोध जताया है। उनका कहना था कि पुलिस के पास इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं दिख रही और जिस प्रकार से आरोपियों को दबाव के तहत बचाने की कोशिश हो रही है, वह गलत है। दोनों नेताओं ने स्थानीय पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाया और तत्काल प्रभाव से उपनिरीक्षकों और पुलिसकर्मियों के स्थानांतरण की मांग की।
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