बलिया के रेवती थाना क्षेत्र के अधिसीझुवा गांव से एक चौदह वर्षीय किशोर की गुमशुदगी के मामले ने उस वक्त नया मोड़ लिया जब वह चार दिन बाद किशोर घर लौटा। यह घटना पूरे गांव में चर्चा का विषय बनी हुई थी, खासकर तब जब किशोर के अचानक लापता होने के बाद उसके परिजनों और गांववालों में बेचैनी बढ़ गई थी। यह मामला तब और भी गंभीर हो गया था, जब पुलिस की छानबीन और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने की प्रक्रिया के बाद भी किशोर का कोई सुराग नहीं मिल रहा था।
चार दिन पहले हुआ था किशोर का गुमशुदा होना
अधिसीझुवा गांव निवासी राजकुमार प्रसाद का 16 वर्षीय पुत्र बुधवार को अपने घर से कोचिंग जाने के लिए निकला था। उसकी यह रोज की तरह उस दिन भी घर से निकला था , लेकिन उस दिन वह घर नहीं लौटा। शुरुआत में परिजनों ने इसे किसी छोटी-मोटी देर मान लिया, लेकिन जब वह अगले दिन भी नहीं लौटा तो चिंता बढ़ने लगी। किशोर के न लौटने पर परिजनों ने हरसंभव तरीके से उसकी तलाश शुरू कर दी।
राजकुमार प्रसाद ने अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों से संपर्क किया और कई जगहों पर किशोर के बारे में पूछताछ की, लेकिन कहीं से कोई भी जानकारी नहीं मिली। इसके बाद राजकुमार ने रेवती थाना में जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की। पुलिस ने मामला दर्ज कर किशोर की तलाश शुरू कर दी, लेकिन अगले दो दिनों तक उसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई।
किशोर ने फोन कर मांगी मदद
मंगलवार की रात, किशोर ने एक अनजान मोबाइल नंबर से घर पर फोन किया। फोन पर उसने अपने पिता से बात की और कुछ पैसे मांगने के बाद मोबाइल नंबर बंद कर दिया। इस कॉल के बाद परिजनों के मन में कई तरह के सवाल उठने लगे। कुछ लोग यह सोच रहे थे कि किशोर खुद से घर छोड़कर कहीं चला गया है, तो कुछ लोग यह भी कयास लगा रहे थे कि कहीं उसे किसी ने किड्नैप तो नहीं कर लिया है।
किशोर का फोन बंद होने के बाद उसकी तलाश में और तेजी आई। इस बीच, रेवती थाना क्षेत्र में कुछ समय पहले हुए दो युवकों की हत्या के मामलों ने गांव में और अधिक डर और अफवाहें फैलाना शुरू कर दिया था। इस घटनाक्रम ने गांव के लोगों के मन में चिंता और भय को और बढ़ा दिया। लोग यह सोचने लगे थे कि कहीं किशोर के साथ भी कुछ बुरा तो नहीं हुआ है।
एसपी कार्यालय पहुंचे राजकुमार प्रसाद
किशोर की गुमशुदगी के मामले को लेकर राजकुमार प्रसाद के मन में निराशा और बेचैनी बढ़ती जा रही थी। इसके बाद उन्होंने जिले के एसपी कार्यालय पहुंचकर एएसपी कृपाशंकर से मुलाकात की और अपने पुत्र की तलाश के लिए मदद की गुहार लगाई। एएसपी कृपाशंकर ने मामले को गंभीरता से लिया और पुलिस को निर्देश दिया कि वे किशोर की तलाश में जल्द से जल्द जुट जाएं।
एएसपी के निर्देश पर रेवती थाना प्रभारी प्रशांत चौधरी ने एक विशेष पुलिस टीम बनाई और किशोर की तलाश में सक्रिय हो गए। पुलिस टीम ने इलाके के विभिन्न हिस्सों में छानबीन शुरू की और साथ ही जिले के अन्य थाना क्षेत्रों में भी किशोर के बारे में पूछताछ की।
किशोर का सुराग मिलने के बाद राहत की सांस
चार दिन तक पुलिस और परिजन किशोर की तलाश करते रहे और अंततः बृहस्पतिवार की रात को किशोर घर लौट आया। वह रात को घर पहुंचा तो परिजनों ने उसे देख कर राहत की सांस ली। उसने बताया कि वह सुरेमनपुर स्टेशन से होते हुए वाराणसी पहुंच गया था। हालांकि, उसने यह नहीं बताया कि वह किस कारण से घर से निकला था और किन परिस्थितियों में उसने यह कदम उठाया।
किशोर के घर लौटने के बाद पुलिस ने उसकी पूरी जांच की। थाना प्रभारी प्रशांत चौधरी ने बताया कि किशोर सकुशल घर वापस लौट आया है और इस मामले में पुलिस का ध्यान अब उसकी मानसिक स्थिति और अन्य पहलुओं पर होगा।
गुमशुदगी की रिपोर्ट और पुलिस की कार्रवाई
राजकुमार प्रसाद ने इस मामले में पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने बताया कि उन्हें यकीन था कि पुलिस एक दिन उनके बेटे को जरूर ढूंढ निकालेगी। पुलिस ने भी इस मामले में पूरी ईमानदारी से काम किया और किशोर के सकुशल घर लौटने की खबर पर सबको राहत मिली।
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