5 अप्रैल 2025 रेवती सेना के जवान दीपक यादव का शव जैसे ही उनके घर पहुंचा, पूरा गांव शोक की लहर में डूब गया। इस दुखद घटना ने केवल उनके परिवार को ही नहीं, बल्कि गांव के प्रत्येक व्यक्ति को हिलाकर रख दिया। गांववाले उनके अंतिम दर्शन के लिए जमा हो गए और दीपक यादव को न्याय दिलाने की मांग करते हुए नारे लगाने लगे। उनका एक ही उद्देश्य था—मृतक जवान के मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए, ताकि सच सामने आ सके और दोषियों को सजा मिले। साथ ही, दीपक यादव की पत्नी ने यूनिट के अधिकारियों पर उनके पति की हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है।
क्या था पूरा मामला
यह घटना रेवती थाना क्षेत्र के दलछपरा गांव की है, जहां शुक्रवार की रात दीपक यादव का शव उनके घर पहुंचा। शव आते ही पूरे गांव में मातम छा गया। लोग दीपक यादव के न्याय की मांग करते हुए उनके घर के बाहर धरने पर बैठ गए। उनकी मांग थी कि जब तक जिला प्रशासन के उच्च अधिकारी या मुख्यमंत्री से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच का आश्वासन नहीं मिलेगा, तब तक मृतक का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। इस मांग के साथ ग्रामीणों ने नारेबाजी की और अपनी आवाज उठाई। दीपक यादव के परिजन भी इस मामले को लेकर बेहद चिंतित थे, और उनका कहना था कि दीपक ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उन्हे हत्या करके मारा गया है।
दीपक यादव के परिवार का आरोप था कि वह खुदकुशी नहीं कर सकते थे, जैसा कि कुछ अधिकारी कह रहे थे। परिवार का मानना था कि उनके बेटे और पति की मौत के पीछे कोई गंभीर साजिश हो सकती है। उनकी पत्नी गोल्डी ने कहा कि 1 अप्रैल की रात को उनके पति से आखिरी बार उनकी बात हुई थी। इसके बाद उन्हें सेना के अधिकारियों से फोन आया कि वह दीपक के छोटे भाई का नंबर चाह रहे हैं। गोल्डी ने तुरंत अपने पति के छोटे भाई का नंबर दे दिया, लेकिन इसके बाद जब उन्होंने अपने पति से संपर्क करने की कोशिश की, तो यह जानकारी मिली कि दीपक यादव की मृत्यु हो गई है।
बलिया सेना दीपक यादव की पत्नी का आरोप
गोल्डी का कहना था कि उनकी पति की मौत से पहले सेना के यूनिट में शराब पीने को लेकर किसी प्रकार की झड़प हुई थी। 21 सितंबर को यूनिट में कुछ अधिकारी शराब पी रहे थे, और दीपक ने उनका वीडियो बना लिया था। दीपक के मुताबिक, उन अधिकारियों ने शराब पीने का यह वीडियो देख लिया और उन्हें धमकी दी थी कि यदि यह वीडियो वायरल हुआ, तो वे उसे गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। दीपक का मानना था कि उसी दिन से यूनिट के अधिकारी उसे निशाना बनाने लगे थे।
पत्नी का आरोप मे कौन शामिल है
गोल्डी ने आरोप लगाया कि दीपक यादव की हत्या की साजिश इन अधिकारियों ने रची थी। उनका कहना था कि उनके पति को टारगेट किया गया था, और उन्हें मानसिक दबाव में लाकर उनकी हत्या कर दी गई। गोल्डी ने सीधे तौर पर यूनिट के कुछ अधिकारियों पर आरोप लगाया, जिनमें हवलदार रंजीत कुमार, नायक अजीत कुमार और अधिकारी पंकज कुमार शामिल हैं। उनका कहना था कि इन अधिकारियों ने ही उनके पति के साथ मारपीट की और बाद में हत्या कर दी। गोल्डी का कहना था कि उनके पति आत्महत्या करने वाले नहीं थे
इस बीच, सूचना मिलने पर रेवती थाने के थानाध्यक्ष प्रशांत चौधरी अपने दल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। दीपक यादव दस वर्षों से भारतीय सेना के मेडिकल कोर में कार्यरत थे, और वर्तमान में वह राजस्थान के सूरतगढ़ में तैनात थे। उनके परिवार का कहना है कि वह किसी प्रकार की मानसिक परेशानी से गुजर नहीं रहे थे और उन्हें किसी भी तरह का आत्महत्या करने का कोई कारण नहीं था।
दीपक यादव के निधन से पूरे गांव में शोक का माहौल था। उनका परिवार और गांववाले यह चाहते थे कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और सच्चाई सामने आए। गांववालों का कहना था कि दीपक यादव ने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए देश की सेवा की थी, और अब उनकी मृत्यु के बाद उनका परिवार न्याय के लिए संघर्ष कर रहा था। गांव के लोग इस घटना को लेकर बेहद दुखी थे और उन्होंने प्रशासन से यह मांग की कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की जाए ताकि यह पता चल सके कि दीपक यादव की मौत का कारण क्या था।
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