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Ballia News : रसड़ा बैंक के चोरी का मास्टरमाइन्ड निकला शाखा प्रबंधक, कैशियर और चपरासी

रसड़ा बैंक के चोरी का मास्टरमाइन्ड निकला शाखा प्रबंधक, कैशियर और चपरासी

Branch manager, cashier and peon turned out to be the mastermind of the theft of Rasra Bank.

February 5 2025 बलिया जिले के रसड़ा कोतवाली क्षेत्र स्थित संवरा चट्टी के यूपी बडौदा बैंक से हुए चोरी के मामले का पुलिस ने मंगलवार को पर्दाफाश कर दिया। इस मामले में बैंक के शाखा प्रबंधक, कैशियर और चपरासी को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई । इन तीनों पर आरोप है कि इन्होंने मिलकर बैंक के चेस्ट से पैसे का गायब किया था।

यह घटना फेफना-रसड़ा मार्ग पर स्थित यूपी बडौदा बैंक की शाखा में हुई थी, जहां से कुल 21,57,658 रुपये चोरी हुए थे। मामले की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। डीआईजी सुनील कुमार सिंह और एसपी ओमवीर सिंह ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि चोरी के इस मामले में कोई तोड़फोड़ नहीं की गई थी, जिससे यह साफ हो गया की चोरी की घटना बैंक के कर्मचारियों की मिलीभगत से हुई है।

पुलिस ने जब बैंक की स्थिति का जायजा लिया, तो पाया कि बैंक के सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर गायब थी और अलार्म भी बंद था। इन दोनों परिस्थितियों ने पुलिस को इस चोरी के मामले में कर्मचारियों की सहयोग की ओर इशारा किया। इसके बाद, शाखा प्रबंधक चंद्रभूषण राय ने घटना के बारे में तहरीर दी, जिसमें उन्होंने बैंक के कैशियर स्वामीनाथ राम के खिलाफ चोरी का आरोप लगाया।

शुरुआत में पुलिस ने इस मामले को एक सामान्य चोरी मानते हुए जांच शुरू की, लेकिन धीरे-धीरे यह साफ हो गया कि बैंक का पैसा चोरी नहीं हुआ है, बल्कि बैंक के लॉकर से पैसे को निकालने का मामला था। इसके बाद पुलिस ने बैंक के कर्मचारियों से पूछताछ की और धीरे-धीरे सच्चाई सामने आई। जांच में यह खुलासा हुआ कि चेस्ट से पैसा चोरी नहीं हुआ था, बल्कि लॉकर को खोलकर पैसे को निकाला गया था।

पुलिस ने शाखा प्रबंधक चंद्रभूषण राय, कैशियर स्वामीनाथ राम और चपरासी सुनील यादव को गिरफ्तार कर लिया। तीनों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उन्हें चाय की दुकान संवरा से पकड़ा। इन सभी आरोपियों के खिलाफ जांच के बाद पुलिस ने उन्हें न्यायालय में पेश किया। इसके बाद न्यायालय ने आरोपियों को 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया, ताकि पुलिस उनके द्वारा चोरी किए गए पैसे की बरामदगी कर सके।

पुलिस की जांच में पता चला कि शाखा प्रबंधक चंद्रभूषण राय, कैशियर स्वामीनाथ राम और चपरासी सुनील यादव ने मिलकर इस चोरी को शातिर तरीके से अंजाम दिया था। तीनों आरोपियों ने योजना बनाकर बैंक के पैसे को गायब किया था

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