February 25 2025 बलिया के खेजुरी थाना क्षेत्र के मासूमपुर चौरसिया गांव में एक हत्या का मामला सामने आया था , जो अंधविश्वास, तंत्र-मंत्र और बदले की भावना से जुड़ा हुआ था। पुलिस ने इस घिनौना अपराध का खुलासा करते हुए हत्या में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस की जांच में यह सामने आया कि इस हत्या का कारण तंत्र-मंत्र और टोना-टोटका (ब्लैक मैजिक ) था। आरोपियों का मानना था कि मृतक दंपति के टोने-टोटके के कारण उनके माता-पिता की मृत्यु हुई थी, और इसीलिए आरोपी ने दंपति पति – पत्नी की हत्या कर दिया ।
बलिया मे दंपति की हत्या करने आरोपी अखिलेश चौरसिया रिस्तेदार निकला
यह घटना 9 फरवरी 2025 की शाम की है, जब मुख्य आरोपी अखिलेश चौरसिया, जो कि मृतक दंपति का रिश्तेदार था, उनके घर पर आया। अखिलेश, एक तंत्र-मंत्र करने वाले सोखा नामक व्यक्ति के कहने पर, इस विश्वास में था कि श्यामलाल और उनकी पत्नी के टोने-टोटके ने उसके माता-पिता की मौत का कारण बने हैं। इस विश्वास ने उसे बदला लेने की सोच लिया , और उसने अपने साथियों के साथ मिलकर इस हत्या की साजिश रची।
अखिलेश ने अपने साथियों के साथ मिलकर श्यामलाल पर अचानक हमला किया और उसकी गर्दन पर चाकू से वार किया। जब श्यामलाल की पत्नी बचाव के लिए दौड़ी, तो उसे भी चाकू से हमला कर दिया और सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। हत्या करने के बाद, आरोपी ने अपनी पहचान छिपाने के लिए मोबाइल फोन बंद कर दिया और खुद को पुलिस की नजरों से बचाने के लिए छिप गया। इस घिनौना हत्या के बाद पुलिस को शुरू में किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिली, और मृतक के परिवार से भी कोई महत्वपूर्ण जानकारी नहीं मिली। इसके कारण पुलिस को मामले के खुलासे करने मे कठिनाई हो रही थी।
दंपति हत्या :पुलिस को मिली अहम सुराग
पुलिस ने सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज और ग्रामीणों से पूछताछ की । जांच के दौरान, पुलिस ने पहले ही 2020 में डबल मर्डर के एक मामले में दोषी पाए गए अखिलेश चौरसिया के रिकॉर्ड को खंगाला। उसके बाद, पुलिस ने मोबाइल डिटेल्स और पास के सीसीटीवी कैमरे की जांच की, जिसके आधार पर उन्हें अहम सुराग मिले। इन सुरागों के बाद, पुलिस ने अखिलेश को गिरफ्तार किया और पूछताछ के दौरान उसने हत्या में शामिल अन्य लोगों के नाम बताए।
पहले से है आरोपी पर आपराधिक मुकदमा
अखिलेश ने बताया कि उसे अपने माता-पिता की मौत का बदला लेना था, और सोखा के बातों में आकर उसने श्यामलाल और उसकी पत्नी को मारने का फैसला किया। अखिलेश ने 2020 में भी एक डबल मर्डर किया था, जिसके लिए उसे जेल हुई थी, और वह 2025 में जमानत पर जेल से बाहर आया था। जेल में रहते हुए उसने पुलिस से बचने के तरीके सीख लिए थे। हत्या करने के बाद, उसने अपना मोबाइल फोन बंद रखा ताकि पुलिस उसकी लोकेशन का पता न लगा सके।
चारों आरोपियों के नाम
पुलिस ने इस मामले में अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया, जिनमें शिवनंद चौरसिया (मृतक का रिश्तेदार), सोखा अशोक वर्मा (तांत्रिक) और नंदजी पासवान (हथौज निवासी) शामिल हैं। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए चाकू को भी बरामद किया।
पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि अखिलेश ने सोखा के कहने पर यह हत्या की थी। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि यह मामला अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र के असर से जुड़ा हुआ था। उन्होंने कहा कि इस घटना से पता चल रहा है की भले ही हम आधुनिक युग में जी रहे हैं, लेकिन लोग अब भी जादू-टोने और तंत्र-मंत्र के चक्कर में फंसे हुए हैं, जो कि अत्यंत खतरनाक और घातक साबित हो सकते हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपी अखिलेश चौरसिया ने यह विश्वास किया था कि श्यामलाल और उसकी पत्नी ने उनके माता-पिता की मौत का कारण बने थे, और इस बदले की भावना ने उसे हत्या की ओर उकसाया। वह पहले भी हत्या के अन्य मामलों में सजा पा चुका था, और जमानत पर बाहर आने के बाद उसने फिर से हत्या की योजना बनाई। पुलिस ने इस जघन्य अपराध को सुलझाने में सर्विलांस और सीसीटीवी कैमरों की मदद ली, जिसके बाद उन्हें महत्वपूर्ण सुराग मिले और अंततः आरोपी की गिरफ्तारी हो पाई।
एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस टीम ने बहुत मेहनत की, और अब यह मामला उजागर हुआ है। उन्होंने कहा कि इस मामले में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि इस अपराध के खुलासे में मदद करने वाली पुलिस टीम को उपमहानिरीक्षक आजमगढ़ क्षेत्र द्वारा ₹50,000 का पुरस्कार दिया जाएगा।
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