सीओ बैरिया, फहीम कुरैसी ने बताया कि सुनील यादव हत्याकांड में अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीम संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। इस मामले में पुलिस को यह भी आशंका है कि कुछ आरोपी बिहार में छुपे हो सकते हैं। इसके चलते पुलिस सीमावर्ती थानों के क्षेत्रों में खोजबीन कर रही है। इन अभियुक्तों को जल्द ही गिरफ्तार करने की उम्मीद जताई जा रही है।
पुलिस ने सोमवार को नीरुपुर-पिंडारी मार्ग पर स्थित रविदास मंदिर के पास, ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के नजदीक दो मुख्य आरोपियों श्रवण दूबे और अखिलेश राय को गिरफ्तार कर लिया। सीओ ने जानकारी दी कि श्रवण पर पहले से चार मुकदमें दर्ज थे, जबकि अखिलेश पर एक मुकदमा था।
सुनील यादव की हत्या और परिवार का दुख
नीरुपुर गांव के निवासी सुनील यादव की हत्या ने न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। सुनील की मौत के तीसरे दिन भी उनके घर पर लोग दुख प्रकट करने आ रहे थे। उनके घर के दरवाजे पर एक भारी भीड़ जुटी हुई थी और महिलाओं का करुण क्रंदन सुनाई दे रहा था। महिलाएं, जब सुनील की मां माया देवी को रोते देखतीं, तो वे भी फफक-फफक कर रोने लगतीं।
दो पक्षों के विवाद में चली गोली से हुई सुनील यादव की हत्या
शनिवार की शाम नीरुपुर ढाले पर दो पक्षों के बीच विवाद हुआ, जिसके चलते गोलीबारी हुई। इसी गोलीबारी में टेंट कारोबारी सुनील यादव की जान चली गई। यह घटना तब हुई जब सुनील एक बर्थडे पार्टी से लौट रहे थे।
सुनील की शादी केवल चार महीने पहले हल्दी गांव में हुई थी। उनका परिवार का एकलौता कमाऊ सदस्य था। अब उनकी पत्नी प्रियंका की हालत भी खराब है।
सुनील के पिता, शिवशंकर यादव, बड़े बेटे की मौत से पूरी तरह से टूट चुके हैं। उनकी आंखों में दर्द और अवसाद साफ दिखाई दे रहा था।