March 11 2025 घर में नई कार की खुशियां मातम में तब्दील हो गईं। एक परिवार के लिए खुशी का अवसर दुख और शोक में बदल गया, जब नए वाहन की पूजा करते समय, परिवार के ढाई साल के मासूम बेटे की कार के दरवाजे के शीशे में गर्दन दबकर दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना उभांव थाना क्षेत्र के चन्दाडीह गांव में हुई, जहां परिवार के साथ नई कार की पूजा करने गए वाहन मालिक का बेटा अपनी जान से हाथ धो बैठा। घटना के बाद क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई और स्थानीय लोग इस दिल दहला देने वाली दुर्घटना को लेकर स्तब्ध हैं।
कैसे हुई घटना
घटना सोमवार को उस समय घटी जब मझौवा (चकिया) गांव निवासी रवि ठाकुर अपनी नई कार के साथ परिवार के अन्य सदस्यों के साथ चन्दाडीह गांव स्थित मातुजी महारानी मन्दिर पर पूजा अर्चना करने गए थे। इस दौरान, कार के दरवाजे का आधा शीशा खुला हुआ था। रवि ठाकुर का ढाई साल का इकलौता बेटा, रेयांश, गाड़ी के दरवाजे के पास खड़ा था और दरवाजे के शीशे पर अपनी गर्दन रखकर मन्दिर के पास घूमते हुए बंदरों को देख रहा था।
तभी, परिवार के सदस्य वाहन को चालू करने के लिए कार में बैठे, और अचानक गाड़ी का शीशा बंद हो गया। मासूम रेयांश की गर्दन कार के दरवाजे के शीशे में फंस गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। अचानक इस हादसे के बाद वह तुरंत अचेत हो गया। परिवार के लोग घबराए हुए थे, और बिना समय गंवाए बच्चे को प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले गए। लेकिन, जब उसे बेहतर इलाज के लिए मऊ अस्पताल ले जाया गया, तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस हादसे के बाद, परिवार में कोहराम मच गया। घर में खुशी का माहौल पल भर में ग़म में बदल गया। बच्चे की मौत ने माता-पिता सहित अन्य परिजनों को गहरे दुख में डाल दिया। यह घटना न सिर्फ परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए एक बड़ा सदमा थी। गांववाले इस असमय हुई मौत को लेकर शोक व्यक्त कर रहे थे और किसी को भी यह यकीन नहीं हो रहा था कि एक छोटी सी लापरवाही इतनी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती है।
घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया, लेकिन थाना प्रभारी राजेन्द्र सिंह ने कहा कि इस मामले में किसी तरह की जानकारी नहीं मिली है और परिजनों द्वारा कोई शिकायत भी नहीं दर्ज की गई है। हालांकि, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था और पूरे गांव में मातम का माहौल था।