07 january 2025 बांसडीह के मिरिगिरी टोला निवासी रोहित पांडेय हत्याकांड की जांच अब सीबीसीआईडी द्वारा की जाएगी। शासन ने मामले की नए सिरे से जांच कराने का निर्णय लिया है, जिसके बाद पुलिस ने संबंधित पत्रावलियों को सीबीसीआईडी को सौंप दिया है। इस मामले में पुलिस की विवेचना के दौरान सेरियां निवासी दो युवकों, अविनाश और अभिषेक सिंह, का नाम सामने आने पर उनके स्वजनों की शिकायत पर शासन ने मामले का संज्ञान लिया।
हत्याकांड का घटनाक्रम
20 जुलाई 2024 को बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के मिरिगिरी टोला में रोहित पांडेय की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। रोहित के चचेरे भाई राजेश पांडेय ने हत्या के आरोपी के खिलाफ तहरीर दी थी। इस तहरीर के आधार पर पुलिस ने रोहित यादव उर्फ राइडर, शेखर यादव, बागी यादव, अंकित यादव, जवाहर गौड़, प्रकाश यादव, निशांत सिंह और अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
पुलिस की विवेचना के दौरान, क्षेत्र के छोटकी सेरियां निवासी अविनाश और अभिषेक सिंह का नाम सामने आया, जिसके बाद उन्हें भी इस हत्याकांड में आरोपी बनाया गया। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी के घर पर बुलडोजर चला दिया था। इसके बाद रोहित यादव उर्फ राइडर और शेखर गुप्ता ने कोर्ट में हाजिर होकर आत्मसमर्पण कर दिया था, जबकि अविनाश और अभिषेक अभी भी फरार हैं।
आरोपियों की गिरफ्तारी और फरारी
पुलिस ने घटना के बाद फरार आरोपियों पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इसके बावजूद, अविनाश और अभिषेक सिंह फरार हैं। पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर कुर्की की कार्रवाई भी की थी और आरोपपत्र दाखिल कर दिया था।
हालांकि, अविनाश और अभिषेक के चाचा निर्भय सिंह ने इस पूरे मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया था। उनका आरोप था कि पुलिस ने बिना ठोस आधार और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य के उनके भतीजों को झूठा फंसाया है। इसके बाद, निर्भय सिंह ने उप्र शासन के मुख्य सचिव से शिकायत की थी।
सीबीसीआईडी को सौंपा गया मामला
मुख्य सचिव के निर्देश पर शासन ने इस मामले की जांच सीबीसीआईडी को सौंप दी है। पुलिस अधीक्षक के नाम से विशेष सचिव राकेश कुमार मालपाणी ने पत्र जारी कर मामले की पुनः जांच कराने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद, थाना प्रभारी संजय सिंह ने बताया कि शासन के आदेश पर रोहित हत्याकांड की पत्रावलियां सीबीसीआईडी को भेज दी गई हैं और अब सीबीसीआईडी इस मामले की नए सिरे से जांच करेगी।
सीबीसीआईडी की भूमिका
सीबीसीआईडी, जो उत्तर प्रदेश सरकार की अपराध जांच शाखा है, अब इस मामले की तहकीकात करेगी। यह जांच यह सुनिश्चित करेगी कि क्या पुलिस ने सही आरोपियों की पहचान की है और क्या विवेचना सही ढंग से की गई है। साथ ही, यह भी देखा जाएगा कि इस मामले में कोई भी दोषी व्यक्ति बच न सके।
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