बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में गुरुवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया, जिसमें एक मासूम बच्चे की जिंदगी समाप्त हो गई। शहर के ओवरब्रिज पर एक स्कूली बस की चपेट में आने से सात वर्षीय बालक दीपत्मान सिंह की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई, और चालक स्कूल बस को लेकर घटनास्थल से फरार हो गया।
पूरी घटना
यह दिल दहला देने वाली घटना बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के देवडीह गांव निवासी सुजीत सिंह उर्फ सोनू सिंह के परिवार पर दुःखों का पहाड़ बनकर टूटी। सुजीत सिंह पेशे से दवा व्यापारी हैं और अपनी पत्नी व दो बेटों के साथ शहर के सावित्री नगर इलाके में रहते हैं। उनका बड़ा बेटा लड्डू सिंह (8 वर्ष) कक्षा तीन और छोटा बेटा दीपत्मान सिंह (7 वर्ष) कक्षा दो का छात्र था। दोनों भाई कासिमबाजार-जगदीशपुर मार्ग पर स्थित एक निजी विद्यालय में पढ़ाई करते थे।
गुरुवार को दोपहर में स्कूल की छुट्टी होने के बाद सुजीत सिंह खुद बाइक से अपने दोनों बेटों को लेने स्कूल पहुंचे थे। तीनों पिता-पुत्र गड़वार रोड स्थित अपने घर लौट रहे थे। जब वह ओवरब्रिज के पास पहुंचे, तभी अचानक उनकी बाइक असंतुलित होकर फिसल गई। संतुलन बिगड़ते ही पिता और दोनों बेटे सड़क पर गिर पड़े।
इस दौरान सुजीत सिंह ने तेजी दिखाते हुए बड़े बेटे लड्डू को किसी तरह खींचकर खुद की गोद में ले लिया , लेकिन छोटे बेटे दीपत्मान के पास इतनी मोहलत नहीं बची। वह सड़क पर गिरते ही एक तेज रफ्तार आ रही स्कूल बस की चपेट में आ गया। वह के मौजूद लोगों के अनुसार बस की रफ्तार काफी तेज थी और चालक ने ब्रेक लगाने की कोशिश तक नहीं की। दीपत्मान बस के पहियों के नीचे आ गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
राहगीरों ने तुरंत दौड़कर बच्चे को बस के नीचे से बाहर निकाला और जिला अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने दीपत्मान को मृत घोषित कर दिया। इस दुखद सूचना के बाद अस्पताल में कोहराम मच गया।
घटना की सूचना मिलते ही मां भी अस्पताल पहुंचीं और बेटे की निर्जीव देह देखकर बेसुध हो गईं। कुछ समय बाद जब उन्हें होश आया, तो वे रो-रोकर बेहाल हो गईं। अस्पताल का हर कोना उनके चीत्कार से भर उठा। पिता सुजीत सिंह की हालत भी खराब हो गई। वे कभी बेटे के मृत शरीर को गोद में उठाते, तो कभी छाती पीटते हुए खुद को कोसते नजर आए। यह देखने वाली वहा की दृश्य वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम कर गया।
घटना के बाद लोगों मे दुख और गुस्सा
घटना के बाद ओवरब्रिज पर भीड़ जमा हो गई। लोग आक्रोशित हो गए और सड़क पर जाम लग गया। कई लोग बस चालक को पकड़ने की मांग कर रहे थे, लेकिन वह मौके से बस लेकर फरार हो गया। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बस किस स्कूल की थी और उसका पंजीकरण कहां से हुआ था।
पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। इस मामले में कोतवाली प्रभारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि अभी तक परिजनों की तरफ से कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने के बाद बस चालक व संबंधित स्कूल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस हादसे ने जिले भर में शोक की लहर दौड़ा दी है। लोग सोशल मीडिया पर भी घटना को लेकर दुःख और आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि स्कूली बसों के संचालन में भारी लापरवाही बरती जा रही है। कई बार बस चालक बिना ट्रैफिक नियमों की परवाह किए तेज गति से वाहन चलाते हैं। इसके अलावा, ओवरब्रिज पर यातायात व्यवस्था भी कई बार अव्यवस्थित हो जाती है, जिससे इस तरह के हादसे होते रहते है
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