February 18 2025 उत्तर प्रदेश में गाजीपुर और बलिया जिलों में काशी और कामायनी एक्सप्रेस ट्रेनों में बम रखने की अफवाहों से यात्रियों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मंगलवार को गाजीपुर जिले में गोरखपुर से मुंबई जा रही काशी एक्सप्रेस ट्रेन में बम होने की अफवाह के बाद यात्रियों में खलबली मच गई। कुछ इसी तरह की अफवाह बलिया जिले के कामायनी एक्सप्रेस में भी फैली, जिसके बाद प्रशासन ने तेजी से कार्रवाई की और ट्रेन की गहन छानबीन की। दोनों घटनाओं के बाद पुलिस और रेलवे अधिकारियों ने सुरक्षा के लिहाज से कड़े कदम उठाए और अफवाहों को लेकर सतर्कता बरती।
काशी एक्सप्रेस में बम की अफवाह
गाजीपुर जिले में मंगलवार को काशी एक्सप्रेस ट्रेन के गोरखपुर से मुंबई की ओर प्रस्थान करने के बाद अचानक एक अफवाह फैल गई कि ट्रेन में बम रखा गया है। इस अफवाह ने यात्रियों में दहशत पैदा कर दी और जब ट्रेन औड़िहार जंक्शन पर रुकी, तो प्लेटफार्म पर भगदड़ मच गई। यात्रियों ने अपनी जान की सलामती की खातिर ट्रेन से कूदने की कोशिश की। कुछ यात्री तो अपने सामान के साथ ट्रेन से कूद पड़े, जबकि बाकी यात्री घबराए हुए थे और स्टेशन पर इधर-उधर दौड़ने लगे।
सूचना मिलते ही सैदपुर क्षेत्राधिकारी अनिल के नेतृत्व में पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने तुरंत डॉग स्क्वायड और बम निरोधक टीम को बुलाया और ट्रेन की गहन जांच शुरू की। ट्रेन के हर कोच, बैग, संदिग्ध वस्तुओं को बारीकी से चेक किया गया। हालांकि, जांच में कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली और यह साबित हो गया कि यह पूरी तरह से एक अफवाह थी। इसके बाद ट्रेन को करीब आधे घंटे की देरी से अपने गंतव्य की ओर रवाना किया गया।
कामायनी एक्सप्रेस में संदिग्ध बैग
दूसरी ओर, बलिया जिले के रेलवे स्टेशन पर भी कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन में बम रखने की सूचना पर अफरातफरी मच गई। बलिया रेलवे स्टेशन पर सुबह करीब छह बजे मुंबई से आकर प्लेटफार्म संख्या तीन पर खड़ी कामायनी एक्सप्रेस को लेकर कंट्रोल रूम से एक सूचना आई कि ट्रेन में बम रखा गया है। इस सूचना के बाद स्टेशन प्रशासन और पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। स्थानीय पुलिस ने तुरंत स्टेशन को छावनी में तब्दील कर दिया और सुरक्षा इंतजामों को सख्त कर दिया।
मौके पर मौजूद सीओ सिटी श्यामकांत और आरपीएफ उपनिरिक्षक जयेंद्र कुमार मिश्र के नेतृत्व में पुलिस टीम ने ट्रेन की जांच शुरू कर दी। ट्रेन को वाशिंगपिट पर खड़ा कर उसमें डिटेक्टर से जांच की गई। साथ ही स्टेशन पुलिस ने प्लेटफार्म पर बैठे यात्रियों के सामान और संदिग्ध बैग की भी छानबीन की। इस दौरान हर पल की सूचना कंट्रोल रूम में भेजी जाती रही ताकि कोई भी जानकारी छूट न जाए।
जब मैन्युअल चेकिंग से कोई संदिग्ध सामग्री नहीं मिली, तो अधिकारियों ने छपरा से डॉग स्क्वायड और आजमगढ़ से बम निरोधक दस्ता बुलाया। इसके बाद फिर से पूरी ट्रेन की जांच की गई, लेकिन कोई विस्फोटक वस्तु नहीं मिली। इस दौरान रेलवे पुलिस और सुरक्षा बलों के जवान स्टेशन पर चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे और हर संदिग्ध चीज की गहनता से जांच की गई।
रेलवे प्रशासन की कार्रवाई
इन घटनाओं के बाद रेलवे प्रशासन ने अपनी ओर से पूरी तेजी दिखाते हुए सभी सुरक्षा कदम उठाए। गाजीपुर और बलिया दोनों स्थानों पर रेलवे पुलिस ने ट्रेन की जांच को सुनिश्चित किया और हर पहलू की बारीकी से छानबीन की। पुलिस ने डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ता बुलाकर ट्रेन के सभी कोचों की गहन जांच की। इसके अलावा, स्टेशन पर मौजूद यात्रीगण की भी जांच की गई और उनके सामान की कड़ी निगरानी की गई।
आरपीएफ और जीआरपी के जवानों ने मिलकर यात्रियों को शांत किया और उन्हें बताया कि यह महज एक अफवाह थी। इसके बावजूद सुरक्षा कारणों से ट्रेन में कोई भी जोखिम न हो, इसका ध्यान रखा गया। रेलवे ने यह सुनिश्चित किया कि यात्रा के दौरान कोई भी अप्रिय घटना न हो और यात्रियों को सुरक्षित तरीके से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा सके।
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