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Ballia News : मोबाइल की लत या परीक्षा का दबाव? हाईस्कूल छात्रा की आत्महत्या

Ballia News : मोबाइल की लत या परीक्षा का दबाव? हाईस्कूल छात्रा की आत्महत्या

Ballia News : मोबाइल की लत या परीक्षा का दबाव? हाईस्कूल छात्रा की आत्महत्या

February 21 2025 बलिया: जिले के दुबहर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम शिवरामपुर, मोहन छपरा में गुरुवार को ऐसा एक घटना सामने आया की एक हाईस्कूल की छात्रा ने पड़ोसी के खाली पड़े घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही थाना अध्यक्ष मिथिलेश कुमार पुलिस बल और फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए और मामले की जांच शुरू कर दी।

पुत्री धन्नू पांडेय के परिवार में शोक की लहर

ग्राम शिवरामपुर मोहन छपरा निवासी विनोद पांडेय की 17 वर्षीय पुत्री धन्नू पांडेय इस वर्ष हाईस्कूल की परीक्षा की तैयारी कर रही थी। उसकी मां धनवंती देवी ने बताया कि घटना के समय वह अपनी बेटी के साथ घर पर ही थीं। उनकी बेटी मोबाइल फोन देख रही थी, जिस पर उन्होंने उसे डांटते हुए पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा। इसके बाद धन्नू दूसरे कमरे में चली गई। कुछ समय बाद जब वह बाहर नहीं आई तो परिवार वालों को चिंता हुई।

काफी देर तक धन्नू के दिखाई न देने पर उसकी मां ने बेटे मनु पांडेय को फोन कर बुलाया। फिर दोनों ने आसपास उसकी तलाश शुरू की। खोजबीन के दौरान जब वे पड़ोसी के खाली घर में पहुंचे, तो वहां धन्नू फंदे से लटकी मिली। यह देख परिवार वालों के होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत पड़ोसियों को बुलाया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फंदे से नीचे उतारा। प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

मामले की जांच में जुटी पुलिस

दुबहर थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने बताया कि छात्रा के परिजनों से पूछताछ की जा रही है। छात्रा की मां द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। पुलिस आत्महत्या के कारणों की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। वहीं, फॉरेंसिक टीम ने भी घटना स्थल से कई साक्ष्य एकत्र किए हैं।

स्कूल और परीक्षा का दबाव या कुछ और?

परिवार वालों के अनुसार, धन्नू पढ़ाई में अच्छी थी, लेकिन परीक्षा के दबाव के कारण वह हाल ही में तनाव में रहने लगी थी। हाईस्कूल की परीक्षा नजदीक थी, और इसी को लेकर वह चिंतित रहती थी। माता-पिता ने भी कई बार उसे समझाने की कोशिश की थी। कुछ दोस्तों और शिक्षकों का कहना है कि वह एक शांत स्वभाव की लड़की थी और आत्महत्या जैसा कदम उठाने का कोई संकेत पहले नहीं मिला था।

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