26 September 2024: बलिया में सिविल क्रिमिनल एवं कलेक्ट्रेट बार संगठन के अधिवक्ताओं ने अपनी मांगों के लिया बुधवार को न्यायिक कार्य से बंद रखा और प्रदर्शन किया । न्यायालय परिसर से नारेबाजी करते हुए वे कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी को एक मांग पत्र सौंपा। अधिवक्ताओं ने प्रदेश सरकार से अपेक्षित नैतिक और आदर्श मूल्यों की स्थापना, उनके मूलभूत अधिकारों की पूर्ति और न्याय की सुलभता की मांग की। जैसे की आप फोटो मे देख सकते है |
जिला अधिवक्ता संघ इलाहाबाद (प्रयागराज) के निर्देशन में आयोजित इस प्रदर्शन में सिविल, क्रिमिनल एवं कलेक्ट्रेट बार संगठन के अधिवक्ता भी शामिल थे। उन्होंने मांग पत्र में अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट, बैठने की उचित व्यवस्था, वंचित समाज के लिए न्याय की सुलभता, और न्यायिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों की रिक्तियों को भरने जैसे मुद्दे उठाए।
बेल्थरारोड में, तहसील अधिवक्ता एसोसिएशन के अध्यक्ष शौकत अली के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने भी विरोध प्रदर्शन किया। वे अधिवक्ता संघ प्रयागराज के प्रस्ताव के समर्थन में कार्य को बंद करते हुए एकजुटता दिखाई। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार उनकी जायज मांगों की अनदेखी कर रही है।
इस दौरान, उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित एक पांच सूत्री ज्ञापन उपजिलाधिकारी निशांत उपाध्याय को सौंपकर प्रभावी कार्रवाई की मांग की। उपस्थित अधिवक्ताओं में पूर्व अध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव, ज्ञानचंद प्रजापति, और देवेंद्र गुप्त जैसे वरिष्ठ सदस्य शामिल रहे।
रसड़ा में भी, तहसील बार एसोसिएशन और अधिवक्ता बार एसोसिएशन के सदस्यों ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। अध्यक्ष गिरीश नारायण सिंह के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी को समर्थन पत्र सौंपा, जबकि राधेश्याम चौबे की अगुवाई में मांग पत्र पीठासीन अधिकारी सिविल जज को प्रस्तुत किया। इस अवसर पर द्वारिका सिंह और बृज बिहारी सिंह जैसे कई बड़े अधिवक्ता मौजूद थे।

