बलिया जिले के लिए एक अहम और अच्छी खबर सामने आई है, जो बलिया के निवासियों को एक नई सुविधा प्रदान करने जा रही है। भारतीय रेलवे ने 04652/04651 अमृतसर-जयनगर-अमृतसर हमसफर एक्सप्रेस को बलिया स्टेशन पर रुकेने का फैसला लिया है। यह निर्णय भारतीय रेलवे के आईआरटीएस (Indian Railway Traffic Service) अफसर निर्भय नारायण सिंह के प्रयासों से लिया गया है, जिन्होंने रेलवे प्रशासन से इस महत्वपूर्ण मुद्दे को उठाया और बलिया को एक नई रेल सेवा देने में सफल रहे।
अब तक, अमृतसर-जयनगर हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन बलिया होकर गुजरती थी, लेकिन यहां रुकती नहीं थी। इससे यात्रियों को काफी परेशानी होती थी, खासकर उन लोगों को जो इस मार्ग से यात्रा करते थे, लेकिन उन्हें ट्रेन से बलिया में उतरने का कोई विकल्प नहीं था। अब रेलवे द्वारा लिया गया यह फैसला, विशेष रूप से त्योहारों के मौसम में, बलिया के यात्रियों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। इस निर्णय से बलिया के लोग सीधे अमृतसर, लुधियाना, जालंधर और अंबाला जैसे प्रमुख शहरों से जुड़ जाएंगे।
हमसफर एक्सप्रेस का नया शेड्यूल और ठहराव
रेलवे प्रशासन ने अमृतसर-जयनगर हमसफर एक्सप्रेस के ठहराव को लेकर नया शेड्यूल जारी किया है। इसके मुताबिक, यह ट्रेन अब बलिया स्टेशन पर रुकेगी। इससे न केवल बलिया, बल्कि आसपास के अन्य क्षेत्रों के लोगों को भी बड़े फायदे होंगे।
नई व्यवस्था के तहत, अमृतसर-जयनगर हमसफर एक्सप्रेस फेफना (PEP), बलिया (BUI), सहतवार (STW) और बुकुल्हा (BLK) स्टेशन पर रुकेगी। इस ट्रेन का ठहराव बलिया में अस्थायी रूप से किया गया है, और इसका उद्देश्य त्योहारों के समय बढ़ती हुई भीड़ को ध्यान में रखते हुए यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करना है।
ट्रेन की समय-सारणी
अमृतसर-जयनगर हमसफर एक्सप्रेस अब बलिया में रुकेगी। 21 सितंबर को यह ट्रेन अमृतसर से जयनगर जाते हुए बलिया स्टेशन पर सुबह 10:28 बजे पहुंचेगी, और 23 सितंबर को जयनगर से अमृतसर लौटते हुए बलिया स्टेशन पर दोपहर 12:25 बजे पहुंचेगी। रेलवे ने यह ठहराव केवल त्योहारों के सीजन में बढ़ने वाली यात्रियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए दिया है।
यह ठहराव अस्थायी रूप से किया गया है, और त्योहारों के बाद इसकी समीक्षा की जाएगी। यदि इस ठहराव के बाद यात्रियों की संख्या और रेलवे प्रशासन की संतुष्टि के आधार पर जरूरत महसूस हुई, तो इसे स्थायी रूप से भी किया जा सकता है।
त्योहारों में बढ़ी हुई भीड़ और इसका समाधान
त्योहारों का मौसम भारतीय रेलवे के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय होता है, क्योंकि इस दौरान यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या अचानक बढ़ जाती है। खासकर उत्तर भारत में, जहां प्रमुख त्योहार जैसे दुर्गा पूजा, दीपावली, छठ पूजा और होली के दौरान यात्रा करने वालों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। ऐसे में, रेलवे को यात्रियों की बढ़ती हुई संख्या के अनुसार ट्रेन सेवा को बेहतर तरीके से संचालित करना पड़ता है।
जिले के लोग, जो खासकर अमृतसर और अन्य उत्तर भारतीय शहरों में धार्मिक यात्रा करते हैं या व्यापारिक कारणों से यात्रा करते हैं, उनके लिए यह सुविधा अत्यंत लाभकारी होगी। पहले जब यह ट्रेन बलिया से गुजरती थी, तो यात्रियों को अन्य नजदीकी स्टेशनों पर उतरकर अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए दूसरी ट्रेन पकड़नी पड़ती थी, लेकिन अब यह समस्या हल हो जाएगी।
बलिया की अहमियत और रेलवे की भूमिका
बलिया जिले की रेलवे कनेक्टिविटी लंबे समय से क्षेत्रीय विकास के लिए महत्वपूर्ण रही है। यह जिला उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित है और बिहार की सीमा से भी जुड़ा हुआ है, जिससे यह इलाका व्यापार और यातायात के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाता है। अमृतसर-जयनगर हमसफर एक्सप्रेस के ठहराव से यह इलाका और भी अधिक कनेक्टिविटी हासिल कर पाएगा।
भारतीय रेलवे ने हमेशा अपनी सेवाओं के विस्तार और सुधार पर ध्यान केंद्रित किया है, और इस फैसले से यह भी साबित होता है कि रेलवे प्रशासन जनता की जरूरतों को समझते हुए निर्णय लेता है। इस नए शेड्यूल के तहत, यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी, और साथ ही रेलवे प्रशासन की तरफ से यात्री अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अन्य कदम उठाए जाएंगे।
निर्भय नारायण सिंह का योगदान
यह बदलाव और सुधार भारतीय रेलवे के एक सक्षम और समर्पित अधिकारी, निर्भय नारायण सिंह के प्रयासों का नतीजा है। वे भारतीय रेलवे ट्रैफिक सर्विस (IRTS) के अधिकारी हैं और उन्होंने बलिया के लिए इस ठहराव की मांग की थी। उनका यह कदम बलिया के लिए एक बड़ी राहत साबित हुआ है।