12 अप्रैल 2025 बलिया जनपद में बृहस्पतिवार को अचानक बदले मौसम ने भारी तबाही मचाई। तेज आंधी, मूसलधार बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की वजह से जिले में चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, वहीं कई गांवों में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। पेड़ गिरने से न सिर्फ बिजली आपूर्ति बाधित हुई, बल्कि कई घरों और पशुबाड़ों को भी नुकसान पहुंचा है। शासन और प्रशासन की ओर से राहत और पुनर्वास के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
चार लोगों की मौत, मुख्यमंत्री ने दी आर्थिक सहायता की घोषणा
बृहस्पतिवार को आए तूफान में बलिया जिले की बांसडीह, सिकंदरपुर और सदर तहसीलों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार बांसडीह और सदर तहसील में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दो लोगों की जान चली गई। इसके अलावा बांसडीह और सिकंदरपुर तहसील में आंधी के दौरान पेड़ और झोपड़ी गिरने से दो अन्य लोगों की भी मौत हो गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने पीड़ित परिवारों से संपर्क कर प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि जल्द से जल्द सहायता राशि प्रदान की जा सके।
बिजली आपूर्ति 48 घंटे से बाधित, कई गांवों में अंधेरा
तेज आंधी के चलते कई स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए, जिससे अनेक गांवों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है। कुछ क्षेत्रों में 48 घंटे बीत जाने के बावजूद अब तक विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। इससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर ग्रामीण इलाकों में मोबाइल चार्जिंग, पानी की सप्लाई और रात में अंधेरे के कारण जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है।
विभागीय अधिकारियों की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिए लगातार काम कर रही हैं, लेकिन भारी नुकसान और टूटे खंभों की संख्या अधिक होने के कारण काम में देरी हो रही है।
पशुओं की मौत और नुकसान का आकलन जारी
तेज आंधी और बारिश से न सिर्फ इंसानों की जान गई, बल्कि मवेशी भी इसकी चपेट में आ गए। जिले में आंधी के दौरान गिरे मकानों और पेड़ों की चपेट में आकर कुल आठ पशुओं की मौत हुई है। सरकार की तरफ से इन पशुपालकों को प्रति मृत पशु ₹37,500 की आर्थिक सहायता देने की तैयारी की जा रही है।
इसके साथ ही तीन टिनशेड मकानों के गिरने की भी सूचना है, जिनके प्रभावित परिवारों को ₹5,000 प्रति मकान की सहायता राशि दी जाएगी। आठ पशुबाड़ों के भी पूरी तरह ध्वस्त होने की रिपोर्ट आई है। लेखपालों को सर्वे कार्य में लगाया गया है ताकि सही और पारदर्शी तरीके से नुकसान का आकलन किया जा सके।
प्रशासन ने शुरू की सर्वे प्रक्रिया
बलिया के अपर जिलाधिकारी (एडीएम) अनिल कुमार ने बताया कि फिलहाल आंधी, पानी और आकाशीय बिजली से चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। नुकसान का सटीक आंकलन करने के लिए प्रशासन ने संबंधित क्षेत्र के लेखपालों को सर्वेक्षण कार्य में लगा दिया है। प्रभावित गांवों में अधिकारियों की टीम पहुंच रही है और लोगों से संपर्क कर रही है।
एडीएम ने यह भी बताया कि प्रशासन का पूरा प्रयास है कि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द मुआवजा राशि मिले और वे सामान्य जीवन की ओर लौट सकें। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि इस तरह के मौसम में सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।
जल्द राहत पहुंचाने के निर्देश
राज्य सरकार ने आपदा से प्रभावित इलाकों में राहत पहुंचाने और पुनर्वास की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन को कहा गया है कि हर प्रभावित परिवार तक सहायता राशि बिना किसी देरी के पहुंचे। साथ ही बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
इस वेबसाईट पर आपकी बलिया का न्यूज ,यूपी का न्यूज , हिन्दी समाचार ,बलिया का खबर , बलिया का ब्रेकिंग न्यूज आपतक सबसे पहले अपडेट करता है ।