अखिलेश यादव ने पहलगाम हमले पर भाजपा सरकार को घेरा, बलिया में विकास की योजना का किया ऐलान

अखिलेश यादव ने पहलगाम हमले पर भाजपा सरकार को घेरा, बलिया में विकास की योजना का किया ऐलान

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को बलिया जिले में सनातन पाण्डेय की बेटी का विवाह के कार्यक्रम में भाग लिए । इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बीजेपी सरकार पर तीखा राजनीतिक हमला किया। अखिलेश यादव ने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी, जिनमें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना भी शामिल थी। उन्होंने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि वह सच्चाई को दबाने की कोशिश कर रही है और लोगों को सच बोलने से रोकने का प्रयास कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार के रवैये की आलोचना की और कई अन्य मामलों को लेकर अपनी बातें रखी।

WhatsApp Group Join Now

पहलगाम की घटना पर अखिलेश यादव का निशाना

अखिलेश यादव ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह घटना सरकार की नाकामी का परिणाम है, और यह बताता है कि सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर खामियां हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि समाजवादी पार्टी इस मुद्दे पर पीडीए (People’s Democratic Alliance) सरकार के साथ खड़ी है। उनका कहना था कि सरकार को इस घटना से सीख लेनी चाहिए और सुरक्षा उपायों को और मजबूत करना चाहिए। अखिलेश ने यह भी कहा कि इस प्रकार की घटनाओं के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पहलगाम की घटना से सरकार को एक बड़ा सबक लेना चाहिए और युवाओं की भर्ती के लिए अग्निवीर योजना को समाप्त कर देना चाहिए। उनका मानना था कि यदि सरकार बड़े पैमाने पर युवाओं को सेना में भर्ती करती तो यह न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करता, बल्कि रोजगार की संभावनाएं भी बढ़तीं। इसके अलावा, उन्होंने बलिया और गाजीपुर जैसे जिलों में युवाओं को बेहतर अवसर देने की आवश्यकता पर जोर दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि अगर 2027 में पीडीए की सरकार बनती है, तो इन जिलों में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाएगा और लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी बुनियादी सेवाओं में आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम किया जाएगा।

मीडिया पर सपा प्रमुख का हमला

अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार सच बोलने या सच लिखने को खतरे का कारण मानने लगी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि एक यूट्यूबर, नेहा सिंह राठौर, और लोहिया वाहिनी के कार्यकर्ता लालचंद गौतम को भाजपा सरकार की आलोचना करने के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि लालचंद गौतम का केवल यह अपराध था कि उसने एक तस्वीर बनाई थी, जो भाजपा नेताओं को पसंद नहीं आई। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि इस प्रकार की घटनाओं से यह साफ हो जाता है कि भाजपा के लोग सच्चाई से डरते हैं और जो भी उनके खिलाफ आवाज उठाता है, उसे प्रताड़ित किया जाता है।

सपा प्रमुख ने यह भी कहा कि हाल ही में सपा सांसद रामजी लाल सुमन के काफिले पर हमला किया गया था। उन पर टायर फेंके गए और तलवारें लहराई गईं। अखिलेश ने इसे गंभीर घटना बताते हुए कहा कि यह भाजपा के उग्र नेताओं का काम हो सकता है, जो विपक्षी नेताओं को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना स्पष्ट रूप से दिखाती है कि भाजपा सरकार में राजनीतिक विरोधियों के लिए कोई जगह नहीं है, और जो सरकार की आलोचना करता है, उसे निशाना बनाया जाता है।

बलिया में विकास

अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि बलिया और गाजीपुर में आगामी लोकसभा चुनावों में जनता भाजपा के प्रत्याशियों का “तेल निकाल” देगी। उनका इशारा उन समस्याओं की ओर था, जो इन क्षेत्रों में अभी भी मौजूद हैं, और जो विकास कार्यों की कमी के कारण जनता की नाराजगी का कारण बनी हुई हैं। अखिलेश ने यह दावा किया कि अगर समाजवादी पार्टी सत्ता में आई तो इन क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाएगा और जनता को हर प्रकार की बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

उन्होंने बलिया में बढ़ते तेल के खनन के बारे में भी बात की और कहा कि यह संकेत है कि यहां विकास की संभावनाएं हैं, लेकिन यह तभी संभव होगा जब सही नीतियां लागू की जाएं। सपा प्रमुख ने बताया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता हमेशा जनता के साथ खड़े रहते हैं, और अगर 2027 में सपा की सरकार बनती है, तो वे बलिया और आसपास के क्षेत्रों में विकास के लिए व्यापक योजनाएं लागू करेंगे।

पहलगाम में शहीद हुए पर्यटकों के परिवारों के लिए मदद की मांग

अखिलेश यादव ने पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों को शहीद का दर्जा देने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि इन पर्यटकों की मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है और सरकार को इन शहीदों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनशीलता दिखानी चाहिए। उन्होंने मांग की कि सरकार मृतकों के परिवारों को 10 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करे और परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। अखिलेश का कहना था कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि देश में लोगों की जान और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top