भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव के बीच दोनों देशों द्वारा हवाई हमले किए जा रहे हैं, जो युद्ध जैसे हालात पैदा कर रहे हैं। ऐसे में एक भारतीय नागरिक ने अपने देश के जवानों के प्रति अपनी निष्ठा और देशभक्ति का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। हनुमानगंज विकास खंड के पटखौली गांव के किसान, नवीन राय उर्फ चुन्ना ने अपनी ओर से एक अनोखी पहल की, जो न केवल उनके दिल की गहराई को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि आम नागरिक किस तरह से देश की सुरक्षा में अपना योगदान दे सकते हैं।
नवीन राय ने अपने पास उपलब्ध लगभग 50 किलोग्राम अनाज, जो उनके खेतों से था, कांवर पर रखकर जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचाया। उनका उद्देश्य साफ था — देश के जवानों तक यह अनाज पहुंचाना, ताकि वे देश की सीमाओं पर सुरक्षित और मजबूत खड़े रह सकें। नवीन राय ने सिटी मजिस्ट्रेट से अपील की कि उनका दान सही हाथों में पहुंचे और सैनिकों तक इसका पहुंचने का रास्ता सुनिश्चित किया जाए।
नवीन राय की यह भावना और उनके द्वारा दिखाए गए समर्पण को देखकर वहां मौजूद सभी लोग अभिभूत हो गए। किसान का यह कदम केवल एक व्यक्तिगत दान नहीं था, बल्कि यह एक प्रतीक था कि हर भारतीय नागरिक अपने देश के लिए कुछ न कुछ योगदान दे सकता है। चाहे वह धन से हो या अन्य संसाधनों से, हर योगदान महत्वपूर्ण होता है।
सिटी मजिस्ट्रेट का क्या कहना है ?
जब यह घटना जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंची, तो सिटी मजिस्ट्रेट ने खुद जाकर किसान की पीठ थपथपाई और उसकी इस पहल को सराहा। सिटी मजिस्ट्रेट ने यह भी आश्वासन दिया कि उनके द्वारा दान में दिया गया अनाज जल्द ही भारतीय सेना तक भेजा जाएगा। यह न केवल किसान की भावना को सम्मानित करने का कदम था, बल्कि यह भी एक संकेत था कि प्रशासन देशवासियों के हर छोटे-बड़े योगदान को महत्व देता है और उसे उचित तरीके से उपयोग करने की कोशिश करता है।
नवीन राय की यह पहल स्थानीय समुदाय के लिए एक प्रेरणा बन गई। उन्होंने दिखा दिया कि भले ही वह एक सामान्य किसान हों, लेकिन जब बात देश की सुरक्षा की हो, तो हर नागरिक की भूमिका उतनी ही अहम होती है जितनी सेना की। उनके इस कदम ने यह भी सिद्ध कर दिया कि यदि देशवासियों की नीयत सही हो, तो वे किसी भी परिस्थिति में देश की मदद के लिए उठ खड़े होते हैं।
देश की सुरक्षा के लिए हर नागरिक का योगदान किसी न किसी रूप में अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। चाहे वह किसी राहत सामग्री के रूप में हो या सैनिकों के लिए दान के रूप में। नवीन राय का यह कदम एक प्रेरणा है, जो यह सिखाता है कि जब तक हम एकजुट होकर अपने देश की रक्षा में योगदान देते रहेंगे, कोई भी आक्रमण हमें परास्त नहीं कर सकता।