बलिया में कार्तिक पूर्णिमा स्नान की तैयारियां जोरों पर, इसबार ये मिलेगी सुविधाये

उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक और धार्मिक नगरी बलिया में इस बार का कार्तिक पूर्णिमा स्नान भव्य और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। जिले में स्थित प्रसिद्ध महावीर घाट, श्रीरामपुर घाट, नरहीं घाट और ददरी मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी तैयारियों को और भी बेहतर से करना शुरू कर दिया है।

रविवार को जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह और पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने स्वयं महावीर घाट पहुंचकर तैयारियों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्नान क्षेत्र, सुरक्षा व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल सुविधा और स्वच्छता की स्थिति का बारीकी से जायजा लिया।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

अधिकारियों ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस बार बलिया में कार्तिक पूर्णिमा स्नान को पूरी तरह सुरक्षित, स्वच्छ और अनुशासित बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

प्रशासन की योजना और तैयारिया

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने कार्तिक पूर्णिमा स्नान महोत्सव के लिए तैयार किए गए मैप और रूट प्लान का भी अवलोकन किया। इस योजना के अंतर्गत इस वर्ष दो अलग-अलग स्नान मार्ग बनाए जा रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।

See also  Ballia News: बगैर मान्यता के स्कूलो पर प्रशासनिक कार्रवाई जीएन पब्लिक स्कूल सील

पहला मार्ग श्रीरामपुर घाट की ओर से होगा जबकि दूसरा मार्ग मुख्य सड़क से होते हुए महावीर घाट तक जाएगा। दोनों मार्गों पर विशेष तौर पर प्रकाश व्यवस्था और सफाई व्यवस्था को सही किया जाएगा।

ये भी पढे : बलिया और पटना के बीच पाटलीपुत्र मेमू ट्रेन का नियमित संचालन: यात्रियों को मिली बड़ी राहत

जिलाधिकारी ने नगर पालिका और ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्नान क्षेत्र और मार्गों पर 24 घंटे सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए, ताकि श्रद्धालुओं को गंदगी या दुर्गंध का सामना न करना पड़े।

श्रद्धालुओं के लिए टेंट, पेयजल और अस्थायी शेड आदि की सुविधाएं

बलिया प्रशासन ने इस बार खुले आसमान के नीचे रात बिताने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम करने का निर्णय लिया है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि घाट के आसपास और मेला क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में टेंट, अस्थायी शेड और विश्राम स्थल बनाए जाएं।

इसके साथ ही, श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था करने हेतु पानी के टैंकर, हैंडपंप और फिल्टर यूनिट्स लगाए जाएंगे।

ये भी पढे : बलिया ने तीसरी बार मुख्यमंत्री डैशबोर्ड में टॉप 10 में जगह बनाई, नवानगर और सीयर को मिला पहले और दूसरे स्थान

स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट किया गया है। जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मेडिकल टीम और एंबुलेंस सेवा चौबीसों घंटे सक्रिय रहेगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।

एनडीआरएफ टीम, और डाइवर्स (गोताखोर) सुरक्षा व्यवस्था घाट पर

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु बलिया के घाटों पर गंगा स्नान के लिए पहुंचते हैं। इस भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा बनाए रखने के लिए पुलिस विभाग ने विशेष प्लान तैयार किया है।

See also  Ballia News: बलिया महिला अस्पताल में दलालों का गोरखधंधा बढ़ता जा रहा है!

पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि स्नान घाटों पर जल पुलिस, एनडीआरएफ टीम, और डाइवर्स (गोताखोर) की विशेष तैनाती की जाएगी। साथ ही, घाटों की बैरिकेडिंग भी की जा रही है ताकि कोई श्रद्धालु अनजाने में गहरे पानी में न चला जाए।

भीड़ प्रबंधन के लिए प्रशासन ने ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी कैमरों की मदद से पूरे क्षेत्र की निगरानी की योजना बनाई है। पूरे कार्तिक पूर्णिमा क्षेत्र को आधुनिक सीसीटीवी नेटवर्क से जोड़ा जाएगा जिससे किसी भी आपात स्थिति पर तुरंत नियंत्रण पाया जा सके।

महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान

इस वर्ष बलिया प्रशासन ने महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा पर खास ध्यान दिया है। जिलाधिकारी ने बताया कि घाटों और मेला क्षेत्र में 50 बड़े चेंजिंग रूम और अधिक संख्या में मोबाइल शौचालय स्थापित किए जाएंगे।

इसके अलावा, महिला पुलिसकर्मियों की विशेष टीम भी तैनात रहेगी जो भीड़भाड़ वाले इलाकों में लगातार गश्त करेगी। महिला हेल्प डेस्क और नियंत्रण कक्ष भी सक्रिय रहेंगे ताकि किसी भी प्रकार की परेशानी की स्थिति में तुरंत सहायता दी जा सके।

ददरी मेला स्थल का निरीक्षण

निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने ददरी मेला स्थल का भी दौरा किया। उन्होंने मेला क्षेत्र में लगने वाले दुकानों, झूलों और पार्किंग स्थल का निरीक्षण किया।

उन्होंने निर्देश दिया कि मेला क्षेत्र में आग से सुरक्षा के उपाय, फायर ब्रिगेड की तैनाती और आपातकालीन निकास मार्ग सुनिश्चित किए जाएं। साथ ही, व्यापारियों और श्रद्धालुओं के लिए शुद्ध पेयजल और प्रकाश व्यवस्था का भी विशेष ध्यान रखा जाए।

ये भी पढे : बलिया में पूर्वांचल टॉकीज की जमीन पर विवाद, मालिकाना हक को लेकर दो पक्ष आमने-सामने

See also  बलिया जिले में एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) की छापेमारी पुलिस ने जनता से किया ऐसे अपील

अधिकारियों ने कहा कि बलिया की पहचान धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों से जुड़ी है, इसलिए कार्तिक पूर्णिमा और ददरी मेला दोनों को ऐसी व्यवस्था के साथ संपन्न कराया जाएगा कि बलिया का नाम प्रदेश में मिसाल बने।

समय पर पूरी हों सभी व्यवस्थाएं

जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान से पहले सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सीडीओ ओजस्वी राज, एडीएम अनिल कुमार, एसडीएम सदर और अधिशासी अधिकारी सुभाष कुमार सहित अन्य अधिकारी भी निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे। सभी अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे अपने-अपने विभागों से संबंधित कार्यों की प्रतिदिन समीक्षा करें और रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

रिपोर्ट: अनीश , (स्थानीय रिपोर्टर, Ballia)

Leave a Comment