उभांव थाना क्षेत्र के शाहपुर अफगा गांव के बंजारी स्थान निवासी 28 वर्षीय सुशील यादव की हत्या एक रहस्यमय तरीके से हुई है। इस दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा तब हुआ, जब मृतक का शव वाराणसी जंक्शन के रेलवे ट्रैक पर पड़ा हुआ मिला। सुशील यादव, जो हाल ही में चेन्नई से वाराणसी लौटा था, अपनी हत्या से पहले अपने एक साथी को व्हाट्सएप के माध्यम से एक वॉइस मैसेज भेजा था, जिसमें उसने अपनी जान को खतरे में होने की आशंका जताई थी। सुशील ने बताया था कि उसे जबरन जहरीला इंजेक्शन दिया जा रहा था और वह बुरी तरह पीटा जा रहा था।
यह संदेश अब पूरे इलाके में वायरल हो गया है और इसके बाद हत्या की इस गुत्थी को सुलझाने के प्रयास तेज हो गए हैं। मृतक के परिवार को इस घटना के बारे मे पाता चलते ही मातम पसरा गया । परिवार के सदस्य और रिश्तेदार पूरी तरह शोकाकुल हैं और न्याय की उम्मीद में जीआरपी वाराणसी जंक्शन से इसकी जांच की मांग कर रहे हैं।
सुशील यादव का चेन्नई से वाराणसी लौटना
सुशील यादव की हत्या से जुड़ी घटना 18 जुलाई 2025 को शुरू होती है, जब वह अपने कामकाजी कारणों से चेन्नई गए थे। वह वहां एक निजी कंपनी में कार्यरत था, लेकिन उसकी अचानक वापसी और उसके बाद हुई उसकी मौत ने इस घटना को एक भयावह मोड़ दे दिया। सुशील ने कुछ दिन पहले ही अपने परिवार को बताया था कि वह किसी कारणवश चेन्नई में परेशान था और अब वाराणसी लौटने की योजना बना रहा था। परिवार के सदस्य उसके लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, लेकिन जो हुआ, वह उनके लिए एक अप्रत्याशित और अविश्वसनीय हादसा साबित हुआ।
व्हाट्सएप वॉयस मैसेज: एक दर्दनाक संदेश
मृतक ने अपने साथी को व्हाट्सएप के माध्यम से एक वॉइस मैसेज भेजा था। यह संदेश घटना के कुछ घंटे पहले भेजा गया था। इस वॉइस मैसेज में सुशील ने कहा था कि उसे कुछ लोग जबरन जहरीला इंजेक्शन लगा रहे हैं और उसकी बेरहमी से पिटाई की जा रही है। सुशील ने यह भी बताया कि उसे मारने की योजना बनाई जा रही है। इस संदेश में उसके स्वर में डर और दर्द साफ सुनाई दे रहा था, और यह संदेश अब पूरी तरह वायरल हो चुका है। इस संदेश ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है और यह पुलिस की जांच की दिशा तय करने में मदद कर रहा है।
वाराणसी में शव का मिलना
बुधवार की सुबह, जब रेलवे ट्रैक पर सुशील का शव मिला, तो आसपास के लोगों में दहशत फैल गई। शव को देखकर यह साफ था कि यह किसी हत्या का मामला है, क्योंकि शरीर पर चोटों के निशान थे। पुलिस ने शव की पहचान की और परिजनों को सूचित किया। बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी हत्या की पुष्टि हुई। शव की स्थिति और सबूतों को देखकर यह समझा जा सकता था कि हत्या एक साजिश के तहत की गई थी।
जीआरपी को तहरीर और परिवार की प्रतिक्रिया
सुशील के परिवार ने वाराणसी जंक्शन जीआरपी को तहरीर दी है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि सुशील की हत्या एक साजिश का हिस्सा है। परिवार के सदस्य, विशेष रूप से सुशील के बड़े भाई सुनील यादव, ने इस मामले की गहरी जांच की मांग की है। सुनील यादव ने कहा कि उनका भाई एक नेकदिल इंसान था और वह किसी से दुश्मनी नहीं रखता था। सुशील का व्यवहार हमेशा मिलनसार और अच्छा था। इसलिए यह हत्या एक साजिश के तहत की गई है।
पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद, परिवार ने बृहस्पतिवार को सुशील का अंतिम संस्कार किया। यह बहुत ही भावुक पल था, जब परिजनों ने अपने प्यारे सदस्य को अंतिम विदाई दी। अंतिम संस्कार सरयू नदी के किनारे किया गया, जहां मृतक के परिवार और रिश्तेदारों की मौजूदगी में शोक व्यक्त किया गया। मृतक के परिवार ने इस दुखद क्षण में भी न्याय की उम्मीद नहीं छोड़ी है।
पूर्व विधायक गोरख पासवान का दौरा
इस घटना को लेकर पूर्व विधायक गोरख पासवान भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने परिजनों से मुलाकात की और उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया। गोरख पासवान ने कहा कि यह घटना एक साजिश का हिस्सा लगती है और वह अपनी पूरी कोशिश करेंगे कि आरोपियों को सजा मिले। उन्होंने वाराणसी पुलिस और जीआरपी से इस मामले की गहन जांच करने की अपील की और कहा कि यह मामला केवल एक हत्या का नहीं, बल्कि एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है।