बलिया जनपद के बेल्थरारोड क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने स्थानीय स्तर पर ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर भी तेजी से वाइरल हो रहा है लोगों मे गुस्सा फुट रहा है । उभांव थाना क्षेत्र के फरसाटार गांव के रहने वाले एक युवक का वीडियो इन दिनों इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दिख रहा है कि एक युवक की कनपटी पर किसी ने पिस्टल सटा रखी है और उसे एक बोतल से कोई तरल पदार्थ पीने के लिए मजबूर किया जा रहा है। तरल पदार्थ पीने के बाद वह युवक बदहवास, असंतुलित और कमजोर हालत में नज़र आता है।
वीडियो में दिखाई देने वाला दृश्य
वायरल वीडियो में साफ रूप से देखा जा सकता है कि पीड़ित युवक के चेहरे पर भय झलक रही है। उसके आसपास मौजूद लोग उसे नियंत्रण में रखे हुए हैं। किसी के हाथ में पिस्टल है, जो उसकी कनपटी से सटी हुई है, जबकि दूसरा व्यक्ति एक बोतल उसके होंठों से लगाकर कोई द्रव पिला रहा है। यह दृश्य किसी फ़िल्मी दृश्य जैसा लग सकता है, लेकिन आरोपों के अनुसार यह वास्तविक घटना है और पीड़ित के परिवार का दावा है कि यह किसी पुराने रंजिश का हिस्सा है।
बड़े भाई का आरोप — “यह मेरे पिता के हत्यारों का काम है”
वीडियो में दिख रहे युवक के बड़े भाई, नागेंद्र कुमार, ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि यह हमला उनके छोटे भाई के साथ हुआ है और इस हमले के पीछे वही लोग हैं, जो उनके पिता की हत्या के आरोपी हैं।
नागेंद्र के अनुसार, सितंबर 2024 में उनके पिता, ब्रजभान, की हत्या कर दी गई थी। उस समय पुलिस ने तीन नामजद और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। यह मामला इस समय अदालत में विचाराधीन है। नागेंद्र का कहना है कि आरोपी पक्ष अब उन्हें और उनके परिवार को केस वापस लेने के लिए धमका रहे हैं।
“पूरे परिवार को खत्म करने की साजिश”
नागेंद्र ने आगे आरोप लगाया कि पिता की हत्या के बाद भी आरोपी पक्ष ने चैन से बैठने का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि इन लोगों का मकसद उनके पूरे परिवार का सफाया करना है। पैरवी रोकने और दहशत फैलाने के लिए उनके छोटे भाई का अपहरण कर उसे बेरहमी से पीटा गया।
नागेंद्र का दावा है कि हमलावरों ने न सिर्फ पिटाई की, बल्कि उसके बाद जबरन कोई विषैला पदार्थ पिला दिया, जिससे भाई की हालत बिगड़ गई। इतना ही नहीं, इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सीधे उनके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा गया, मानो खुली चेतावनी दी गई हो कि अगर वे केस में पैरवी करेंगे तो नतीजे और भी खतरनाक हो सकते हैं।
धमकी की रणनीति — “खुली चेतावनी”
पीड़ित परिवार का मानना है कि हमलावर चाहते हैं कि परिवार डर के मारे अदालत में चल रहे हत्या के मामले को छोड़ दे। नागेंद्र ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से उन्हें लगातार धमकियाँ मिल रही थीं, लेकिन यह पहली बार है जब आरोपियों ने सीधे नुकसान पहुँचाकर और वीडियो बनाकर दबाव डालने की कोशिश की है।
पुलिस की प्रारंभिक प्रतिक्रिया
जब इस मामले पर स्थानीय पुलिस अधिकारियों से बात की गई, तो सीओ रसड़ा, आलोक गुप्ता, ने बताया कि घटना फिलहाल संदिग्ध प्रतीत हो रही है और पुलिस इसकी गहन जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि वीडियो की सत्यता की भी पुष्टि की जा रही है।