बलिया शहर के गड़वार-नगरा मार्ग पर स्थित कटहलनाला पुल की स्थिति अब बेहद जर्जर हो गई है। यह पुल न केवल शहरवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग है, बल्कि इसके आसपास की आबादी के लिए भी यह बहुत ही महत्वपूर्ण है। लगभग 50 साल पहले बने इस पुल पर समय-समय पर मरम्मत कार्य किए जाते रहे हैं, लेकिन अब इसकी स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि इसे तुरंत फिर से बनाए जाने की आवश्यकता महसूस हो रही है। खासकर पुल की रेलिंग का जर्जर होना और इसके ऊपर से बड़ी संख्या में वाहनों का गुजरना एक गंभीर समस्या बन गई है।
पुल की जर्जर स्थिति और बढ़ती वाहनों की संख्या से अब स्थानीय प्रशासन और शासन दोनों स्तरों पर पुल के पुनर्निर्माण के लिए योजना बनाई जा रही है। वर्तमान में इस मार्ग पर प्रतिदिन लगभग 10,000 से अधिक छोटे-बड़े वाहन गुजरते हैं। इनमें रोडवेज बसें, स्कूल बसें और अन्य वाणिज्यिक वाहन शामिल हैं, जो इस पुल के जरिए शहर और आसपास के इलाकों से यात्रा करते हैं। पुल पर बढ़ते दबाव को देखते हुए प्रशासन ने इस पुल की जगह नया और अधिक मजबूत पुल बनाने की योजना बनाई है, ताकि यातायात के बढ़ते दबाव को सहज तरीके से संभाला जा सके।
कटहलनाला पुल: पहले और इसका वर्तमान स्थिति
कटहलनाला पुल का निर्माण लगभग 50 साल पहले हुआ था, जब इस क्षेत्र में वाहनों की संख्या बहुत कम थी। उस समय इस पुल के निर्माण की जरूरत और डिजाइन भी उस समय के परिवहन जरूरतों के हिसाब से की गई थी। लेकिन समय के साथ, जब बलिया शहर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में जनसंख्या बढ़ी और यातायात के साधन भी अधिक हुए, तो इस पुल पर दबाव बढ़ने लगा। अब इसकी स्थिति यह हो गई है कि पुल के दोनों किनारों की रेलिंग जर्जर हो चुकी है, जो सुरक्षा के लिहाज से गंभीर खतरा उत्पन्न करती है।
इसके अलावा, पुल पर बड़ी संख्या में छोटे-बड़े वाहन, ट्रक, बसें और अन्य वाणिज्यिक वाहन गुजरते हैं, जिससे पुल पर अत्यधिक दबाव पड़ रहा है। इस स्थिति में पुल का और भी अधिक खराब होना अब समय की बात बन गई है। एक ओर जहां पुल की जर्जर हालत खतरे की घंटी बजा रही है, वहीं दूसरी ओर इससे गुजरने वाले लोगों और वाहनों के लिए यह एक बड़ी समस्या बन चुकी है।
नई पुल निर्माण की योजना: प्रशासन की तैयारी
कटहलनाला पुल की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने इस पुल को नए सिरे से बनाने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। स्थानीय प्रशासन ने पुल के स्थान का आकलन किया है और एक नए, मजबूत और अधिक क्षमता वाले पुल के निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने के लिए कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया है। प्रशासन का मानना है कि नए पुल के बनने से यातायात की समस्या का समाधान होगा और सुरक्षा भी बेहतर होगी।
बलिया शहर से गड़वार और नगरा जाने वाले मार्ग पर यह पुल एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा, कटहलनाला पुल के दूसरी ओर उस पार एक बड़ी आबादी भी बसी हुई है, जो प्रतिदिन इस पुल से आवागमन करती है। शहर के अन्य हिस्सों के साथ-साथ मऊ, भीमपुरा और गड़वार के लोग भी इस पुल का इस्तेमाल करते हैं, जिससे इस मार्ग पर वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस क्षेत्र के लोगों की मुख्य चिंता यही है कि यदि इस पुल की मरम्मत और विस्तार कार्य नहीं किया गया, तो भविष्य में यह पुल दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है।
नया पुल: प्रस्ताव और प्रक्रिया
प्रशासन ने अब कटहलनाला पुल के पास ही एक नया पुल बनाने की योजना बनाई है। यह पुल न केवल पुराने पुल के स्थान पर बनेगा, बल्कि इसे नए डिजाइन के तहत अधिक क्षमता वाला बनाया जाएगा। ताकि बढ़ते यातायात का दबाव सही तरीके से संभाला जा सके। प्रशासन ने इस पुल के निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था को आवश्यक आकलन करने और प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद इस प्रस्ताव को शासन के पास भेजा जाएगा, जहां से स्वीकृति मिलने के बाद बजट जारी किया जाएगा।
योजना के मुताबिक, नया पुल पहले के मुकाबले बहुत मजबूत और लंबा होगा, जिससे न केवल यातायात की समस्या का समाधान होगा, बल्कि यात्री और वाहन चालक भी सुरक्षित रहेंगे। पुल के आसपास के क्षेत्र में आवश्यक सुधार कार्य किए जाएंगे, जैसे कि सड़क की चौड़ाई बढ़ाना, जलनिकासी की व्यवस्था को दुरुस्त करना और यातायात के लिए आवश्यक अन्य सुविधाएं प्रदान करना। प्रशासन का उद्देश्य यह है कि नया पुल पूरी तरह से यातायात के बढ़ते दबाव को झेलने में सक्षम हो और आने वाले समय में लोगों को कोई असुविधा न हो।
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