बलिया, 31 जनवरी 2025 – सोमवार की रात को “शेर-ए-बलिया” के नाम से मशहूर स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडेय की प्रतिमा की छड़ी क्षतिग्रस्त हो गई, और 24 घंटे के बाद भी प्रशासन ने इसे ठीक नहीं किया है। यह घटना चित्तू पांडेय चौक पर स्थित उनकी प्रतिमा के पास हुई, जिससे स्थानीय लोगों और उनके परिवार के सदस्य में गहरी नाराजगी पैदा हो गई है।
कौन है बलिया के शेर-ए-बलिया चित्तू पांडेय
चित्तू पांडेय, जो स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे, बलिया के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उन्हें ‘शेर-ए-बलिया’ के रूप में सम्मानित किया जाता है। उनकी प्रतिमा, जो चित्तू पांडेय चौक पर स्थित है, न केवल उनके योगदान का प्रतीक है, बल्कि यह बलियावासियों की एक गहरी भावनात्मक जुड़ाव का भी प्रतीक है। हालांकि, हाल की घटना ने यह सब गहरे आघात में डाल दिया है, और अब इस मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई जा रही है।
विरोध प्रदर्शन का कारण यह है कि पुलिस ने इस मामले में अभी तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है, जबकि प्रतिमा के पास एक ट्रैफिक पुलिस का CCTV कैमरा भी लगा हुआ है। प्रशासन की इस रवायीया ने स्थानीय लोगों में असंतोष पैदा किया है, और उनके परिवार के सदस्य, शेर-ए-बलिया स्मारक समिति तथा कांग्रेस कार्यकर्ता शुक्रवार को चित्तू पांडेय की प्रतिमा के सामने धरना देंगे।
चित्तू पांडेय के प्रपौत्र जैनेंद्र पांडेय ने इस मामले में प्रशासन की निष्क्रियता पर निराशा जताई। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमारी उम्मीद थी कि प्रशासन इस मामले को जल्द सुलझाएगा, खासकर जब आसपास CCTV कैमरा भी लगा हुआ है। प्रतिमा की छड़ी क्षतिग्रस्त हो गई है, और इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। हम न्याय की मांग कर रहे हैं।”
यह क्षति केवल भौतिक रूप से ही नहीं, बल्कि उस ऐतिहासिक और भावनात्मक महत्व को भी ठेस पहुंचाई है जो चित्तू पांडेय की प्रतिमा का प्रतीक है। उनकी प्रतिमा बलिया और आसपास के क्षेत्र के लोगों के लिए एक गौरव का प्रतीक है, जो स्वतंत्रता संग्राम के नायक के रूप में उन्हें याद करते हैं। प्रतिमा का क्षतिग्रस्त होना उनके योगदान और बलिदान को अपमानित करने जैसा महसूस हो रहा है।
शुक्रवार को होने वाला विरोध प्रदर्शन इस बात की मांग करेगा कि प्रशासन शीघ्रता से प्रतिमा की मरम्मत करे और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। शेर-ए-बलिया स्मारक समिति ने साफ कर दिया है कि जब तक प्रतिमा का पुनर्निर्माण नहीं हो जाता और दोषी को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे शांत नहीं बैठेंगे। विरोध प्रदर्शन में बलिया के विभिन्न हिस्सों से लोग शामिल होंगे और यह उम्मीद जताई जा रही है कि यह प्रदर्शन भारी संख्या में लोगों की भागीदारी के साथ होगा।
वहीं, पुलिस प्रशासन ने इस मामले में जांच शुरू करने का दावा किया है। सदर कोतवाल (स्टेशन हाउस अधिकारी) योगेंद्र बहादुर सिंह ने कहा, “मामले में तहरीर प्राप्त हुई है, और हम इसकी जांच कर रहे हैं। आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि दोषी को पकड़ा जाए और क्षतिग्रस्त प्रतिमा को जल्द से जल्द ठीक किया जाए।”
हालांकि, इस बयान के बावजूद लोगों में प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर नाराजगी बनी हुई है। कई लोग यह मानते हैं कि यह घटना जानबूझकर की गई है, खासकर जब यह एक ऐतिहासिक प्रतीक से जुड़ी हुई है। CCTV कैमरा होने के बावजूद आरोपी का अब तक पकड़ में आना न होना एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है।

इस वेबसाईट पर आपकी बलिया का न्यूज ,यूपी का न्यूज , हिन्दी समाचार ,बलिया का खबर , बलिया का ब्रेकिंग न्यूज आपतक सबसे पहले अपडेट करता है ।